नीडम आरओबी को मुख्यमंत्री डॉ. यादव मंगलवार को करेंगे जनता को समर्पित
- केन्द्रीय मंत्री सिंधिया, विधानसभा अध्यक्ष तोमर, प्रभारी मंत्री सिलावट भी होंगे शामिल
ग्वालियर। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ग्वालियर के विकास में नए अध्याय के रूप में जुड़ने जा रहे नवनिर्मित आरओबी (रेलवे ओवरब्रिज) को मंगलवार 8 अप्रैल को जनता को समर्पित करेंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव इस आरओबी का वर्चुअल लोकार्पण करेंगे। चंद्रबदनी नाका से न्यू कलेक्ट्रेट मार्ग पर रेलवे क्रॉसिंग क्रमांक-418 पर विवेकानंद नीडम के समीप लगभग 42 करोड 80 लाख रूपए की लागत से यह आरओबी बनकर तैयार हुआ है। लोकार्पण कार्यक्रम में वर्चुअल रूप से केन्द्रीय संचार एवं पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर, लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह, जिले के प्रभारी एवं जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, उद्यानिकी एवं सामाजिक न्याय मंत्री नारायण सिंह कुशवाह तथा ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर भी शामिल होंगे।
मंगलवार 8 अप्रैल को अपरान्ह 3.30 बजे यहाँ नाका चंद्रबदनी की ओर संभाग आयुक्त कार्यालय के समीप आरओबी का लोकार्पण कार्यक्रम आयोजित होगा। लोकार्पण कार्यक्रम में सांसद भारत सिंह कुशवाह, महापौर श्रीमती डॉ. शोभा सिकरवार, विधायक डॉ. सतीश सिकरवार व निगम सभापति मनोज सिंह तोमर सहित अन्य स्थानीय जनप्रतिनिधिगण बतौर विशिष्ट अतिथि आमंत्रित किए गए हैं। लगभग 937 मीटर लम्बाई और 76 मीटर स्पान में 42 करोड़ 80 लाख रूपए की लागत से लोक निर्माण विभाग के सेतु निर्माण संभाग और रेलवे द्वारा इस आरओबी का निर्माण किया गया है। रेलवे द्वारा आरओबी के 37 मीटर भाग का निर्माण किया गया है। आरओबी के रेलवे वाले हिस्से में आईं कुछ तकनीकी दिक्कतों के कारण आरओबी पूरा होने में देरी हुई है। यह आरओबी बनने से एजी ऑफिस ब्रिज पर यातायात का दबाव कम होगा। साथ ही लश्कर कम्पू से लेकर अन्य बस्तियों के निवासियों को कलेक्ट्रेट व न्यू सिटी सेंटर की बस्तियों एवं हाईवे तक जाने में कम दूरी तय करनी पड़ेगी। साथ ही जाम से मुक्ति मिलेगी।
दो छात्रावासों का भी होगा लोकार्पण
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव आरओबी के साथ-साथ लगभग 7 करोड 87 लाख रूपए की लागत से नवनिर्मित अनुसूचित जाति कन्या छात्रावास भवन ठाठीपुर व अनुसूचित जाति कन्या छात्रावास भवन सिरोल का भी वर्चुअल रूप से लोकार्पण करेंगे। ये दोनों छात्रावास 50 दृ 50 सीटर हैं और प्रत्येक छात्रावास का निर्माण 3 करोड 93 लाख 38 हजार रूपए की लागत से किया गया है।