विजयपुर हार पर भाजपा में अंदरूनी विवाद गहराया
- सिंधिया के ना बुलाने के जवाब पर भाजपा विधायक का तीखा पलटवार
(अंकित सिंघल)
विजयपुर उपचुनाव में मिली हार के बाद भारतीय जनता पार्टी में अंदरूनी विवाद गहरा गया है। कहा जा रहा है कि केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के प्रचार नहीं करने के कारण भाजपा ने यह सीट गंवाई है। जबकि सिंधिया का कहना था कि उन्हें प्रचार के लिये बुलाया ही नहीं गया। वही अब भाजपा विधायक ने सामने आकर कहा है कि हमने सिंधिया को कई बार आमंत्रित किया था, लेकिन व्यस्तता के कारण उन्होंने विजयपुर आने से साफ मना कर दिया था।
गौरतलब है कि विजयपुर उपचुनाव में वन मंत्री रामनिवास रावत को करारी हार का सामना करना पड़ा है। रावत लोकसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस से भाजपा में आये थे, जिसके कारण यह उपचुनाव हुआ था। जिसमे कांग्रेस प्रत्याशी मुकेश मल्होत्रा ने जीत हासिल की थी। रावत के लिये मुख्यमंत्री डा मोहन यादव, विधानसभा नरेन्द्र सिंह तोमर, केन्द्रीय मंत्री शिवराज सिंह, प्रदेश अध्यक्ष व्हीडी शर्मा ने प्रचार किया था। लेकिन केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया प्रचार करने नहीं आये थे। इसके पीछे यह बात सामने आई थी कि संभवतः सिंधिया और रावत के संबंध ठीक नहीं है इसलिये वह प्रचार के लिये नहीं आये। चूंकि सिंधिया जब अपने समर्थक विधायकों के साथ कांग्रेस छोड़कर भाजपा में गये थे तब रावत ने कांग्रेस छोड़ने से साफ मना कर दिया था और सिंधिया पर आरोप भी लगाये थे। लेकिन अचानक लोकसभा चुनाव में रावत कांग्रेस छोडकर भाजपा में चले गये तो विजयपुर में उपचुनाव की नौबत आई। सभवतः सिंधिया के मन में उस समय की टीस रही होगी जिस कारण ही वह चुनाव प्रचार को विजयपुर नहीं गये होंगे।
चुनाव के दौरान रामनिवास रावत ने भी चर्चा में कहा था कि उन्होंने सिंधिया जी को सभा और रोड शो के लिये आमंत्रण दिया है। लेकिन उनका समय नहीं मिल पाया है। वहीं रावत के चुनाव हारने के बाद ग्वालियर आये सिंधिया ने विजयपुर उपचुनाव की हार पर चिंता जताई थी। उन्होंने कहा था कि अगर मुझे प्रचार के लिए बुलाया जाता, तो मैं जरूर जाता। लेकिन मुझे बुलाया नहीं गया। सिंधिया के इस बयान के बाद पार्टी के भीतर एक नया विवाद खड़ा हो गया है। क्योंकि सिंधिया के बयान पर भोपाल दक्षिण पश्चिम के भाजपा विधायक भगवान दास सबनानी ने पलटवार करते हुए झूठा करार दिया है। उनका कहना है कि प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और संगठन महामंत्री ने ज्योतिरादित्य सिंधिया से विजयपुर आने का आग्रह किया था। इसके बावजूद, वह व्यस्तता का हवाला देकर नहीं आए। उन्होंने यह भी कहा कि सिंधिया का नाम स्टार प्रचारकों की सूची में था, लेकिन उन्होंने कई बार आग्रह करने के बाद भी प्रचार में हिस्सा नहीं लिया। देखना है अब यह प्रचार युद्ध कहा तक जाता है।