ग्वालियर। परम पूज्य उपाध्याय विहसंत सागर महाराज एवं विश्व सौम्य सागर महाराज मंगलवार को बेला की बावड़ी स्थित आईपीएस कॉलेज से पद विहार कर पनिहार स्थित जैन तीर्थ आदिश्वर धाम भौंरा पहुंचे। जहां उपाध्याय श्री ससंघ ने प्राचीन जिनबिम्ब तीर्थंकर आदिनाथ की प्रतिमाओं के दर्शन करे।
जैन समाज के प्रवक्ता सचिन जैन ने बताया कि मेडिटेशन गुरु उपाध्याय श्री विहसंत सागर महाराज और मुनिश्री विश्व सौम्य सागर महाराज ससंघ का पद विहार इंदौर के लिए हुआ। उपाध्याय श्री ग्वालियर से 550 किलोमीटर पदयात्रा करते हुए 20 अप्रैल को इंदौर पहुंचेंगे। उपाध्याय श्री ससंघ इंदौर में होने वाले 27 अप्रैल से जैनाचार्य श्री विशुद्ध सागर के पट्टाचार्य पदारोहण महामहोत्सव में सम्मिलित होगे। उपाध्यायश्री विहसंत सागर महाराज का आज सुबह मंगल विहार जैन समाज के कभी संख्य में युवा टीम ने आईपीएस कॉलेज पनिहार आदिश्वर धाम भौंरा तक कराया। उपाध्याय श्री के आव्हान पर ग्वालियर संभाग ओर इटावा, मैनपुरी, आगरा, भिंड, मुरैना, धौलपुर से पांच हजार से अधिक जैन समाज के लोग पहुंचेंगे। कार्यक्रम में पहुंचने से पहले ऑल लाइन एंट्री कर बारकोड दिखाकर होगी, बिना बारकोड से एंट्री प्रवेश नहीं मिलेगा।
जैन समाज के प्रवक्ता सचिन जैन ने बताया किश्रमण संस्कृति के समाधिस्थ गणाचार्य श्री विरागसागर जी के अंतिम उपदेशानुसार, जैनाचार्य श्री विशुद्ध सागर जी को पट्टाचार्य पद महामहोत्सव का आयोजन 27 अप्रैल से 2 मई 2025 तक इंदौर के तीर्थ स्वरूप सुमति धाम, जिनालय में होगा। इसमें जैनाचार्य श्री विशुद्ध सागर महाराज जी को पट्टाचार्य पद पदारोहण के संस्कार प्रदान किए जाएंगे| इसमें सम्मिलित होने के लिए उपाध्याय श्री विहसंत सागर महाराज का ग्वालियर से इंदौर के लिए पद विहार किया। इदौर के तीर्थ स्वरूप सुमति धाम यह भव्य आयोजन लगभग 65 एकड़ भूमि में आयोजित किया जाएगा, जिसमें देशभर के विभिन्न राज्यों से कई गुरु - भक्तों की विशाल उपस्थिति की उम्मीद है।
27 अप्रैल 2025, रविवार को सभी संघों का एक साथ सुमति धाम में प्रवेश होगा।
आयोजन में लगभग 500 संत-साध्वियाँ और 300 त्यागी-वृत्ति वाले श्रावक शामिल होंगे।
30 अप्रैल 2025, अक्षय तृतीया के दिन प्रातःकाल में पट्टाचार्य-पदारोहण के संस्कार संपन्न होंगे।
2 मई 2025 को श्रमण संस्कृति के समाधिस्थ गणाचार्य श्री विरागसागर जी की 61 वें जन्म जयंती बड़े धूमधाम से मनाई जाएगी।