गंदगी की भरमार , स्वच्छता सर्वेक्षण केवल निगम अधिकारियों का दिखावा
ग्वालियर। ग्वालियर में सर्वे का कार्य जल्द ही शुरू होने वाला है, लेकिन अधिकारियों कर्मचारियों की लापरवाही और नजर अंदाज करने के चलते महानगर में गंदगी का साम्राज्य देखा जा सकता है। नगर निगम के कमिश्नर के लाख प्रयास भी स्वच्छता सर्वेक्षण के प्रयास अधूरे ही दिखाई दे रहे है।
देश भर में स्वच्छता सर्वेक्षण का कार्य जल्द ही शुरू हो रहा है। इसकी तैयारियों जोर शोर से निगम के अधिकारियों कर्मचारियों द्वारा की जा रही है। लेकिन वहीं जोनल स्तर पर अधिकारी और कर्मचारी स्वच्छता सर्वे को धता बता रहे है। वह जानते हुये भी सफाई पर ध्यान नहीं दे रहे है। वहीं जोनल अधिकारियों की बेरूखी के चलते कई स्थानों पर शौचालय गंदगी से पटे पडे है। इसका ताजा उदाहरण पडाव क्षेत्र पर डफरन सराय पर बना सार्वजनिक शौचलय है वहीं महिला थाने के बाहर का शौचालय है। यहां जाकर देखा जा सकता है कि गंदगी का अंबार है वहीं लोग उसी गंदगी में शौच करते हुये देखे जा सकते है।
इसके लिए कई बार निगम अधिकारियों को अवगत कराया गया है लेकिन उसके बाद भी उनके कानों पर जूं नहीं रेंग रही है। इस प्रकार स्वच्छता सर्वेक्षण गंदगी और कचरे के ढेर से ही होगा। इतना ही नहीं कई बार अवगत कराने के बाद भी शास्त्री ब्रिज की गंदगी को अभी तक साफ नहीं किया गया है। ऐसे में क्या स्वच्छता सर्वेक्षण में ग्वालियर अगली पायदान तक पहुंचेगा या फिर पहले से नीचे पायदान पर अपनी दस्तक देगा।
सूत्रों के मुताबिक यदि निगम के अधिकारियों ने जल्द ही कोई ठोस कदम नहीं उठाया तो निगम को गंदगी और कचरे के ढेर पर ही स्वच्छता सर्वेक्षण कराना होगा।