ग्वालियर। शहर में विभिन्न सामाजिक, धार्मिक, शैक्षणिक, व्यापारिक एवं खेल संगठनों द्वारा व्यापक रूप से चलाए जा रहे व्यसन मुक्त ग्वालियर अभियान को हर वर्ग का अपार समर्थन मिला है और इस बार विभिन्न जन संगठनों ने आमजन से आग्रह किया है कि वह होली के पावन पर्व व्यसन मुक्त होकर मनाऐं। महानगर के प्रशिक्षित चिकित्सकों एवं खिलाडियों ने होली के पावन पर्व पर वीडियों संदेश जारी कर नशामुक्त होली मनाने की अपील की है। इसके साथ ही केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड और आईपीएल प्रबंधन को आईपीएल 2025 से तंबाकू और शराब के सभी प्रकार के विज्ञापनों, जिसमें प्रत्यक्ष और परोक्ष (सुरोगेट) दोनों प्रकार के विज्ञापन शामिल हैं, पर प्रतिबंध लगाने के निर्देश दिया है। यह कदम युवा दर्शकों पर इन उत्पादों के प्रभाव को कम करेगा और सार्वजनिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने वाला साबित होगा। नशे के विज्ञापन पर रोक पर जन संगठनों ने खुशी जाहिर की है।
प्रसिद्ध हॉकी खिलाडी कृष्णा शर्मा ने होली पर शुभकानाएं देते हुए कहा है कि होली रंगों का त्यौहार है न कि नशे का, आओ हम सब मिलकर प्रण लेते हैं कि हम सब होली पर रंगों से खेलें ताकि हमारी जिंदगी रंगो से भरपूर रहे और हम नशे से दूर रहें। महिला हॉकी अकादमी के खिलाडी रितिका अहिरबार ने ग्वालियर वासियों से निवेदन करते हुए कहा है कि हम होली के पर्व को नशा मुक्त रहते हुए मनाऐं। डॉ. सुरेश शास्त्री प्रसिद्ध कथा वाचक ने भी होली के पर्व पर शुभकामनाएंे देते हुए कहा है कि हमारे सनातन भारतीय त्यौहारों में प्रमुख त्यौहार होली है। होली प्रेम और सोहार्द का त्यौहार है, समाज को जोडने का त्यौहार है न की तोडने का। इस प्रमुख पर्व पर नशे का प्रचलन अनुचित है, इससे हमारे परिवार बिखर रहे हैं। अगर हमारी युवा पीढी नशा करेगी, न तो इससे समाज का भला होगा न ही राष्ट्र का इसलिए हम प्रण लेते हैं कि हम किसी भी प्रकार का नशा नहीं करेगें और हमारे राष्ट्र को परम वैभव पर पहुंचाएंगे। गजराराजा चिकित्सा महाविद्यालय के डीन डॉ. रामकिशन धाकड़ ने कहा कि होली हमारे सनातन का एक प्रमुख उत्सव है। इस उत्सव को हम संस्कृति के साथ समृद्धि से मनाऐं। खेलने के लिए प्राकृतिक रंगो का उपयोग करें तथा एक दूसरे के जीवन में रंग भरने का प्रयास करें। नशे की चीजों का उपयोग न करें तथा अपने मित्रों और परिवार जनों को व्यसन मुक्त रहने के लिए प्रेरित करें। न्यूरोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. दिनेश उदेनिया ने भी आमजनों ने खासकर युवाओं से होली के पावन पर्व पर व्यसन मुक्त रहने की अपील की। उन्होंने कहा कि प्यार का रंग एक दूसरे पर उढेलें तथा प्रशासन का कहना नो ड्रिंक एण्ड ड्राइव उसका पालन करें।
पिछले दो माह से विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों सहित शहर में कई जगह नशा के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाया गया। मातृशक्ति ने ग्वालियर जिलाधीश को सौंपे ज्ञापन में शैक्षणिक संस्थानों, धार्मिक स्थान, चिकित्सालय एवं ऐतिहासिक स्थलों के पास से निश्चित दूरी और समय पर नशा के बिक्री केंद्रों को बंद कराने की मांग की गई थी, ताकि युवा पीढ़ी नशे की लत से बच सके। शहर में सकारात्मक वातावरण से उत्साहित व्यसन मुक्त ग्वालियर अभियान टोली ने इस बार शहर में नशा मुक्त होली खेलने का निर्णय लिया है। जिसमें शहर के वरिष्ठ चिकित्सकों, समाज सेवियों एवं खिलाडियों ने अपने वीडियो संदेश में अपील की है कि होली का पावन पर्व व्यसन मुक्त होकर मनाएं। व्यसन मुक्त ग्वालियर अभियान टोली के सदस्यों का मानना है कि नशे के बारे में जागरूकता बढ़ाना और इसके दुष्प्रभाव से परिचित कराना ही नशा मुक्ति की ओर पहला कदम है। व्यसन को जबरदस्ती बंद नहीं कराया जा सकता है। नशे की लत एक व्यक्ति ही नहीं, समाज और राष्ट्र के लिए घातक है जो कि चिंगारी के रूप में शुरू होकर एक विनाशकारी ज्वाला में परिवर्तित हो जाती है। नशा, नाश की जड़ है। व्यसन मुक्त ग्वालियर अभियान से लोगों में सकारात्मक सोच का संचार और बढ़ा है।