होली बुराई पर अच्छाई की जीत का पर्व: डॉ प्रवीण अग्रवाल
होली का पर्व बुराई पर अच्छाई की जीत का पर्व है सनातन संस्कृति के जितने पर्व हे वह कोई न कोई संदेश देने के लिए ही हे और उन सभी संदेशों को एक माला में पिरोया जाए तो उसमें आती है मानवता अच्छाई नेक नियति एक दूसरे का सहयोग जात पात गरीब अमीर का भेद नहीं ओर इन सभी के लिए आवश्यक है कि हम अपने पर्व को मनाते हुए नशा या व्यसन से मुक्त रहे क्योंकि व्यसन और नशा हमारी सोचने की क्षमता को क्षीण कर देता है और वह बुराई में परिवर्तित हो जाता है जबकि यह त्यौहार हमें बुराई पर अच्छाई की जीत का संदेश देते है|
होली का पर्व रंग गुलाल लगा कर एक दूसरे से गिले शिकवे मिटाकर नजदीक आने का भी अवसर देते है इसलिए कोई रंग या गुलाल लगाए तो उसका बुरा नहीं माने बल्कि स्वागत करे और यदि आपको यह रंग गुलाल से एलर्जी या बंधन है तो कृपया धुलंडी के दिन शाम तक घर के बाहर न निकले जिससे किसी प्रकार का बैर किसी के प्रति उत्पन्न ही नहीं होगा और यह त्यौहार बिना जात पात के प्रत्येक भारतीय को यही संदेश देता है|
आप सभी को होली के महान पर्व की अग्रिम शुभकामनाएं.....
डॉ प्रवीण अग्रवाल
अध्यक्ष
मप्र चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री ग्वालियर