डॉ.भूपेन्द्र शर्मा और ममता शर्मा तानसेन समारोह के वर्ल्ड रिकॉर्ड मे सम्मानित
तानसेन समारोह के शताब्दी वर्ष उत्सव में ऐतिहासिक ग्वालियर दुर्ग पर गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिये आयोजित सबसे बड़े भारतीय शास्त्रीय बैण्ड में इन्टरनेशनल माउंटेनियर एवं गायक डॉ.भूपेन्द्र शर्मा और उनकी जीवन संगनी ममता शर्मा आदि द्वारा प्रस्तुति दी गई और वर्ल्ड रिकॉर्ड बनने के बाद गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड से आये डा.रिचर्ड द्वारा प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया।
यूथ होस्टल एसोसियेशन ऑफ इंडिया की ग्वालियर फोर्ट यूनिट के उपाध्यक्ष डॉ.भूपेन्द्र शर्मा ने बताया कि अभी तक सिम्फनी साउंड पाश्चात्य संगीत में आधिकतर सुनने को मिलता था, इस बार इतने बडे स्तर पर भारतीय शास्त्रीय संगीत में सिम्फनी का प्रयोग करते हुए संगीत सम्राट तानसेन के 100वें समारोह पर उनके प्रिय रागों मियाँ मल्हार, मियाँ की तोड़ी और राग दरबारी में ऐतिहासिक ग्वालियर दुर्ग पर ऐतिहासिक हिन्दुस्तानी शास्त्रीय संगीत की नौ वाद्य यंत्रों के साथ प्रस्तुति दी गई जिसने श्रोताओ को मंत्र मुग्ध करते हुए सबसे बड़े भारतीय शास्त्रीय संगीत बैंड का नया वर्ल्ड रिकार्ड बनाया जिसमे सुप्रीम कोर्ट एडवोकेट एवं गायक डॉ.भूपेन्द्र शर्मा और उनकी पत्नि ममता शर्मा आदि ने प्रस्तुति दी और इस वर्ल्ड रिकार्ड के साक्षी बने l उल्लेखनीय है कि ममता शर्मा इस संगीत के वर्ल्ड रिकार्ड से पूर्व इन्टरनेशनल माउन्टेनियरिंग और अण्डमान निकोबार के समुद्र में भी स्कूबा डायविंग के रिकार्ड मैं अपने पति व परिवार के साथ रिकॉर्ड बनाया था गत वर्ष तबला वादन के वर्ल्ड रिकार्ड में इनके पुत्र वर्ल्ड रिकॉर्ड होल्डर कन्दर्प शर्मा एवं भतीजे प्रथम शर्मा ने भी प्रस्तुत दी थी ।