रूस से राजयोगिनी संतोष दीदी ग्वालियर आ रहीं है, विभिन्न विषयों पर प्रवचन देंगी
ग्वालियर। प्रजापिता ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय की अंतर्राष्ट्रीय प्रेरक वक्ता एवं सेंट पीटर्सबर्ग रशिया केन्द्र की निदेशिका राजयोगिनी बीके संतोष दीदी पांच दिवसीय प्रवास पर 4 नवंबर को दोपहर 12 बजे ग्वालियर पहुंच रही है। बीके संतोष दीदी पहली बार ग्वालियर आ रही है।
कार्यक्रम की आयोजक ब्रह्मकुमारीज लश्कर केन्द्र की मुख्य संचालिका बीके आदर्श दीदी एवं बीके प्रहलाद ने आज पत्रकारों को बताया कि ब्रह्मकुमारी संस्थान इसी वर्ष ग्वालियर में आध्यात्मिक शिक्षा एवं जन सेवा के 63 वर्ष पूर्ण कर रहा है। इस उपलक्ष्य में ग्वालियर केन्द्र लश्कर केन्द्र की डायमंड जुबली हीरक जयंती मनाई जा रही है। उन्होंने बताया कि बीके संतोष दीदी 4 नवंबर को दोपहर 12 बजे एयरपोर्ट पर पहुंचेंगी । वहां संस्थान के सदस्यों द्वारा उनका स्वागत किया जाएगा। तत्पश्चात दीदी सीधा ब्रह्मकुमारी के प्रभु उपहार भवन माधवगंज केन्द्र पहुंचेंगी। दीदी बीके संतोष पांच नवंबर से विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेंगी।
बीके आदर्श ने बताया कि बीके संतोष दीदी 5 नवंबर को माधवगंज केन्द्र पर 9 से एक बजे तक तथा शाम को 5 बजे से 07 30 बजे तक संस्थान से जुडे भाई बहनों के लिए आयोजित ध्यान साधना शिविर को संबोधित करेंगी।
6 नवम्बर सुबह 10 बजे से 1 बजे तक महाराजपुरा गोल्डन वर्ल्ड रिट्रीट सेंटर में भोपाल ज़ोन के विभिन्न जिलों की टीचर्स बहनों से मुलकात एवं कार्यक्रम में हिस्सा लेंगी। तत्पश्चात शाम 5 बजे से 7:30 बजे तक माधवगंज केंद्र पर युवाओं के लिए आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करेंगी।
7 नवम्बर को दूसरे ग्रुप के लिए माधवगंज केंद्र पर श्रद्धालुयों के लिए आयोजित ध्यान साधना शिविर को संबोधित करेंगी।
8 नवम्बर को प्रातः 7:30 बजे 9 बजे तक “भारतीय पर्यटन एवं यात्रा प्रबंधन संस्थान के सभागार” में शहर के सम्मानीय नागरिको के लिए “ईश्वरीय शक्तियों से चुनौतियों का सामना” विषय पर प्रेरक उद्बोधन एवं मेडिटेशन का कार्यक्रम रहेगा।
एवं ब्रह्माकुमारीज केंद्र के 63 वर्ष पूर्ण होने पर 8 नवम्बर शाम को 5.00 से 7.30 बजे तक भारतीय पर्यटन एवं यात्रा प्रबंधन संस्थान के सभागार में ही हीरक जयंती समारोह का कार्यक्रम आयोजित होगा। जिसमें ब्रह्माकुमारीज भोपाल ज़ोन की क्षेत्रीय निदेशिका राजयोगिनी बीके अवधेश दीदी एवं शहर के विभिन्न गणमान्य नागरिक शामिल होंगे ।
राजयोगिनी बीके संतोष दीदी का जीवन परिचय
बी.के. संतोष दीदी जी का जन्म 1964 में दिल्ली, में शिक्षित और धार्मिक परिवार में हुआ था। 1977 में, अपने माता-पिता के साथ आप ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय के संपर्क में आये। प्रारंभ से ही दीदी जी की आध्यात्मिकता में रूचि रही तथा ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान के संपर्क द्वारा राजयोग ध्यान के नियमित अभ्यास से आपने कई दिव्य अनुभूतियाँ की । कुशल नेतृत्व की कला से सम्पन्न दीदी जी की बाल्यकाल से ही सामाजिक सेवाओं में अधिक रूचि रही तथा इस विशेषता ने आपको ईश्वरीय सेवाओं की ओर आकर्षित किया। अपनी सक्रिय सामाजिक जीवन और पढ़ाई के बावजूद, वह आध्यात्मिक सत्य के अपने अनुभव को गहरा करने की आवश्यकता महसूस कर रही थीं और दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक होने के तुरंत बाद उन्होंने ब्रह्माकुमारी शिक्षक के रूप में आध्यात्मिक अध्ययन और ईश्वरीय सेवाओं के लिए आपने वर्ष 1983 में अपना सम्पूर्ण जीवन ईश्वरीय सेवाओं में समर्पित कर दिया।
1983 से 1989 तक उन्होंने भारत में, विशेष रूप से दिल्ली और संबंधित क्षेत्रों में आध्यात्मिक सेवाएं दी। 1989 में, ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान को रूसी विज्ञान अकादमी द्वारा आमंत्रित किया गया और बीके संतोष को रूस में सेवाएं शुरू करने के लिए नियुक्त किया गया। मार्च 1990 में आप मास्को (रशिया) गये वहां से सेंट पीटर्सबर्ग तथा रूस, बाल्टिक क्षेत्र, जॉर्जिया और सीआईएस सहित यूक्रेन, बेलारूस, आर्मेनिया और अज़रबैजान में केंद्र खोलने और आध्यात्मिक सेवाओं को आपके मार्गदर्शन में संचालित किया जा रहा हैं। उन्होंने ग्रेट ब्रिटेन, यूएसए, कनाडा, श्रीलंका, मध्य और दक्षिण अमेरिका में भी अपनी ईश्वरीय सेवाएं प्रदान की।
वर्तमान समय में आप क्षेत्रीय सांस्कृतिक और शैक्षिक गैरसरकारी संगठन "सेंट पीटर्सबर्ग ब्रह्मा कुमारी केंद्र" के निदेशक, रूस, सीआईएस और बाल्टिक क्षेत्र में ब्रह्मा कुमारी सेवाओं के संयुक्त क्षेत्रीय समन्वयक, "दिव्य प्रकाश" कला और सांस्कृतिक समूह के निदेशक के रूप में अपनी सेवाएं प्रदान कर रही हैं।