सनातन संस्कृति को विश्व में करना होगा स्थापित: शंकराचार्य
गड़ा के बागेश्वर धाम में आज भारत हिंदू राष्ट्र पर बौद्धिक उद्बोधन के साथ-साथ आध्यात्मिक संवाद हुआ जिसमें क्षेत्र के कई समाजसेवी और बुद्धिजीवी उपस्थित रहे। जगन्नाथ पुरी के शंकराचार्य निश्चलानंद जी महाराज ने कहा कि भारत की सभ्यता संस्कृति और सनातन को संपूर्ण विश्व में स्थापित करना जिसके लिए विश्वके सभी सनातनियों को आगे आना होगा। कुछ बरसों से भारत में पश्चिमी संस्कृति दिन प्रतिदिन पांव पसार रही है जिससे हमारे देश की सभ्यता और संस्कृति धीरे-धीरे छीड हो रही है। हमें अपनी सनातन संस्कृति को न सिर्फ संभाल कर रखना है बल्कि इसको पूरे विश्व में स्थापित करना है।
प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम में समाजसेवी मयंका गौतम ने प्रश्न किया कि क्या महिलाएं हनुमान जी की पूजा कर सकती हैं जिसका जवाब देते हुए शंकराचार्य जी ने कहा कि हनुमान जी की पूजा मर्यादा में रहकर स्त्रियां कर सकती हैं। मतंगेश्वर सेवा समिति के पंडित सुधीर शर्मा ने शंकराचार्य निश्चलानंद जी महाराज और बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को अर्हम ध्यान योग के प्रणेता मुनिश्री प्रणम्य सागर जी महाराज के द्वारा हिंदी एवं अंग्रेजी में लिखित पुस्तक भेंट की। शंकराचार्य जी और धीरेंद्र महाराज के द्वारा दाद्दा जी इंटरनेशनल कल्चर सेंटर खजुराहो को फ्रांस सरकार के द्वारा सम्मान दिए जाने पर बधाई एवं शुभकामनाएं दी। इस प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम में हिंदू उत्सव समिति से पवन मिश्रा सदानंद गौतम, प्रोफेसर बहादुर सिंह, बुंदेलखंड विकास बैंक से विकास चतुर्वेदी, ओशो सन्यासी संदीप सोनी,सहित धर्म आचार्य और क्षेत्र के लाखों की संख्या में श्रद्धालु गण मौजूद रहे।