ग्वालियर/ भोपाल। कांग्रेस को अब मध्यप्रदेश में नेता प्रतिपक्ष का दमदार चेहरा मिल गया है। नेता प्रतिपक्ष डा गोविंद सिंह के हारने के बाद अब मध्यप्रदेश में नेता प्रतिपक्ष के रूप में भांडेर से जीते दिग्गज दलित नेता फूलसिंह बरैया पर सभी कांग्रेस नेताओं व आलाकमान की निगाह है। कांग्रेस अब इस दिग्गज दलित नेता फूलसिंह बरैया को यह जिम्मेदारी दे सकती है। ताकि कांग्रेस से दूर होते दलित वर्ग में पैठ बनाई जा सके।
वैसे भी इंजीनियर फूलसिंह बरैया पूरे प्रदेश में दलित वर्ग के सबसे बडे दिग्गज नेता व दमदार चेहरे के रूप में उभरे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ व दिग्विजय सिंह के लाडले फूलसिंह बरैया काफी समय से विधानसभा से बाहर थे। इस बार भांडेर जीत से उनकी भाग्य लॉटरी खुल गई है।
सबसे प्रमुख बात यह है कि प्रदेश में कांग्रेस के अधिकांश दिग्गज नेता चुनाव हार गये हैं। जिससे फूलसिंह बरैया को यह जिम्मेदारी मिलने की संभावना बढ गई है। वैसे भी पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की जिम्मेदारी संम्हाले हैं। एक व्यक्ति एक पद के तहत उन्हें एक पद रखना हैं। इसी कारण डॉ गोविंद सिंह , सज्जन सिंह वर्मा, तरूण भानोत, राकेश चौधरी, केपी सिंह जैसे दिग्गजों के हारने के बाद अब फूलसिंह बरैया को कांग्रेस पार्टी दलित वर्ग को साधने के लिये नेता प्रतिपक्ष बनाकर दलित चेहरे के रूप में पेश कर सकती है।
हम यहां बता दें कि भाजपा के 50 सीटों पर सिमटने का दावा करने वाले फूलसिंह बरैया ने दावा झूंठा निकलने पर स्वयं मुंह काला करने का ऐलान किया था। अब चूंकि भाजपा प्रचंड बहुमत में आ गई है तो वह स्वयं अपना मुंह सात दिसम्बर को विधानसभा में काला करने की बात की पुष्टि कर देशभर में चर्चा में भी है। बरैया वैसे दलित वर्ग के इस समय प्रदेश में सबसे बडे ब्रांड हैं।