सिटी फॉरेस्ट के साथ सैर के लिए पाथ-वे भी बन रहे हैं हरि पर्वत पर
ग्वालियर। शहर की अलापुर पहाड़ी पर सिटी फोरेस्ट विकसित कर हरीतिमा की चादर ओढ़ाई जा रही है। इसे “हरि पर्वत” नाम दिया गया है। हरि पर्वत पर सुनियोजित वृक्षारोपण के साथ-साथ सुबह की सैर के लिये पाथवे बनाया जा रहा है। साथ ही इसे पर्यटन स्थल का रूप देने के प्रयास भी हो रहे हैं। शहर को हरा-भरा करने एवं पर्यावरण संरक्षण के उद्देश्य से किए जा रहे कार्य तेजी से आकार ले रहे हैं।
“हरि पर्वत” के एक हिस्से में विकसित किए गए मनोरम “हरि आनंद वन” में सर्वोच्च न्यायालय के न्यायमूर्ति श्री जितेन्द्र कुमार माहेश्वरी एवं मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश श्री सुरेश कुमार कैत ने पौधे रोपकर ग्वालियर की इस सिटी फोरेस्ट परियोजना का गत 30 नवम्बर को शुभारंभ किया था। कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान हरि पर्वत के विकास पर व्यक्ति नजर रख रही हैं। हरि पर्वत पर अर्बन फोरेस्ट के विकास में राम आस्था मिशन संस्था का सहयोग लिया गया है। जिला प्रशासन, नगर निगम व वन विभाग एवं जन सहयोग से हरि पर्वत विकसित किया जा रहा है।
उच्च न्यायालय खण्डपीठ ग्वालियर के प्रशासनिक न्यायाधिपति श्री आनंद पाठक की पहल पर सिरोल पहाड़ी पर हुए वृहद एवं सफल वृक्षारोपण से प्रेरित होकर जिला प्रशासन द्वारा साझा प्रयासों से अलापुर पहाड़ी पर “हरि पर्वत” के नाम से सिटी फोरेस्ट विकसित करने की यह परियोजना शुरू की गई है। ज्ञात हो उच्च न्यायालय खण्डपीठ ग्वालियर के प्रशासनिक न्यायाधिपति श्री आनंद पाठक द्वारा समय-समय दिए गए विभिन्न न्यायिक आदेशों के माध्यम से सिरोल पहाड़ी पर वृहद स्तर पर सफल वृक्षारोपण हुआ है। इससे सिरोल पहाड़ी ने हरीतिमा की चादर ओढ़ ली है। न्यायमूर्ति श्री पाठक की यह पहल पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में अनुकरणीय उदाहरण बनी हैं।