ग्वालियर। विश्वविख्यात कथा प्रवक्ता पुण्डरीक गोस्वामी महाराज की श्रीमद्भागवत कथा मंगलवार को
गोविंदपुरी पार्क में आरंभ हुई। इससे पूर्व जलकेश्वर मंदिर से भव्य कलश यात्रा निकाली गई जिसमें भगवान जगन्नाथ के भक्त विविध प्रकार के वाद्ययंत्रों का वादन कर राधा रमण हरि गोविंद जय जय का कीर्तन कर सभी का ध्यान खींच रहे थे। कलश यात्रा में आमतौर पर कथा प्रवक्ता बग्घी में सवार होकर चलते हैं े,लेकिन इस भव्य कलश यात्रा मेें बग्घी में जगन्नाथ जी का विग्रह विराजमान था और पुंडरीक गोस्वीमा महाराज कड़ी धूप में भक्तों के साथ कदम ताल मिलाते हुए पैदल चल रहे थे। कथा परीक्षत रैनू विपिन शर्मा सिर पर भागवतजी का पोथी लेकर चल रहे थे। कलश यात्रा में सबसे अधिक संख्या पीताम्बर वस्त्रधारी सिर पर कलश लिए महिला श्रद्धालुओं की थी। कलश यात्रा के दौरान एक और अनूठी बात देखने को मिली। रिकॉर्डेड गीतों की बजाय सिर्फ भगवान राधा-कृष्ण का संकीर्तन ही सुनने को मिला, जिसे सुन भक्त भी भक्ति भाव से ओतप्रोत हो गए। कलश यात्रा सुबह के वक्त निकाली गई और कथा शाम को चार बजे आरंभ हुई। प्रथम दिवस की कथा में पुण्डरीक महाराज ने श्रीमद्भागवत के महत्व को प्रतिपादित करते हुए कहा कि भागवत कथा की महिमा ऐसी है कि बड़े से बड़े पापियों का भी इसे सुनकर उद्धार हो जाता है, इसलिए जब भी जहां भी अवसर मिले श्रीमद्भागवत श्रवण का पुण्य लाभ अवश्य लेना चाहिए। इस मौके पर मधु प्रदीप बोहरे, ममता रवि शर्मा, ममता गोस्वामी, शुभम गोस्वामी, मनोज श्रोत्रिय, रोहन दाामिनी, रोहित बोहरे, अमिति अदिति, रविशेखर, दीप्ति गौड सहित सैकड़ों श्रद्धालु मौजूद रहे।