अनुशासन से ही बनते है जिम्मेदार नागरिक
- अनुशासन हीनता, रैगिंग व नकल करना अपराध है
ग्वालियर। कृषि महाविद्यालय, ग्वालियर में दीक्षारंभ कार्यक्रम के द्वितीय दिवस पर विभागाध्यक्ष मृदा विज्ञान डॉ एस.के. त्रिवेदी द्वारा विद्यार्थीयों को अनुशासन के महत्व के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि अनुशासनहीनता, नकल करना एवं रैगिंग करना अपराध है इसलिये कोई विद्यार्थी इस तरह का कृत्य ना करें। क्योंकि हर अपराध की दण्ड तय है इसलिये अनुशासन मंे रहे, मन लगाकर पढे और अपने उज्जवल भविष्य की नींव को मजबूत करें। अनुशासन मुख्य कूंजी है जो हमें एक अच्छा व जिम्मेदार नागरिक बनाती है। इसके अलावा उन्होंने महाविद्यालय में होने वाले खेल और सांस्कृतिक कार्यक्रम में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेने के लिए विद्यार्थीयों को प्रोत्साहित किया एवं आने वाले चार वर्षों में विश्वविद्यालय के समस्त महाविद्यालयों में अकादमिक रुप से अच्छा प्रदर्शन करने पर प्राप्त होने वाले स्वर्ण पदक के बारें में छात्रों को जानकारी दी।
मंगलवार की सुबह सबसे पहले एन.सी.सी. प्रभारी डॉ एस.पी.एस. तोमर, एन.एस.एस. प्रभारी डॉ शोभना गुप्ता, शिवनारायण तथा क्रीडा अधिकारी डॉ सी.एस. तोमर, द्वारा योगा और ध्यान का आयोजन किया गया। तत्पश्चात अधिष्ठाता डॉ एम.एल. शर्मा की अध्यक्षता में छात्र-छात्राओं द्वारा नित्य वन्दना का गायन किया गया जिसमें मध्यप्रदेश गान, कुलगीत, राष्ट्रगीत, राष्ट्रगान का गायन किया गया। इसके बाद विद्यार्थीयों को अच्छे आचरण एवं राष्ट्रहित शपथ दिलायी गयी। दीक्षारंभ कार्यक्रम की अगली कड़ी में अपने विश्वविद्यालय को जानें कार्यक्रम के अंतर्गत विभागाध्यक्ष कृषि प्रसार एवं कृषि अर्थशास्त्र डॉ शोभना गुप्ता द्वारा विद्यार्थीयों को चतुर्थ वर्ष में मिलने वाले गांव के अनुभव तथा ई.एल.पी. के बारे में अवगत कराया गया। विभागाध्यक्ष पादपरोग डॉ एस.के. पाण्ड्या द्वारा विश्वविद्यालय के सभी वरिष्ठ पदोें से वाकिफ कराया गया तथा अकादमिक नियम और विनियमन एवं अनुशासन समिति तथा एंटीरैगिंग समिति के बारें में विस्तृत जानकारी दी गयी। इसके पश्चात् डॉ विकास कुमार के द्वारा ऑनलाइन आश्वासन निगरानी प्रणाली तथा शिक्षार्थियों के पहले क्लब के विषय में विद्यार्थीयों को जानकारी दी गयी जिसमें उन्होनें समग्र व्यक्तित्व विकास के बारे में छात्रों से चर्चा की। अंत में कार्यक्रम समन्वयक डॉ सी. एस. तोमर द्वारा महाविद्यालय के फार्म का भ्रमण कराया गया। आज के आयोजन में डॉ नीरज हाडा, डॉ सुधीर सिंह, डॉ स्नेहा पाण्डेय एवं डॉ श्रृंखला मिश्रा की उपस्थिति रही तथा गीतेश डोंगरे एवं श्रवन का सहयोग रहा।