मेहनत से अपनी वित्तीय क्षमताओं को बढाये जाने की आवश्यकता है: मुख्य न्यायाधिपति

ग्वालियर । मेहनत से अपनी वित्तीय क्षमताओं को बढाये जाने की आवश्यकता है, ताकि हम स्वयं व अपने परिवार के लिये एक बेहतर भविष्य का निर्माण कर सकने में समर्थ बनें।  भविष्य की मजबूती के लिये वित्तीय प्रबंधन तथा वित्तीय प्रबंधन के लिये वित्तीय साक्षरता व जागरूकता आवश्यक है, इसका सबसे अच्छा उदाहरण हमारे घर की गृहणियां हैं, जो वित्तीय प्रबंधन की सीढियों से पारिवारिक जीवन को सुचारू रूप से आगे बढाती हैं। इस आशय के विचार उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधिपति व मध्यप्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के मुख्य संरक्षक न्यायमूर्ति श्री सुरेश कुमार कैत ने व्यक्त किये। न्यायमूर्ति श्री कैत सोमवार को मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय खण्डपीठ ग्वालियर के क्षेत्रीय प्रशिक्षण केन्द्र में ‘‘वित्तीय साक्षरता एवं विधिक जागरूकता” विषय पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। 
मुख्य न्यायाधिति श्री सुरेश कुमार कैत ने कहा कि यह आज के समय की सबसे बडी ध्यान देने योग्य बात है कि हम अपनी पूंजी को भरोसेमंद स्त्रोतों में ही निवेश करें, क्योंकि हमारी वित्तीय निर्णयों की गलतियों से पूरे घर की व्यवस्थायें प्रभावित होती हैं, इसलिये वित्तीय प्रबंधन हमारे जीवन का अहम हिस्सा है। इसी को ध्यान में रखते हुये अपने अधिकारी व कर्मचारीगण की वित्तीय जागरूकता के लिये यह कार्यक्रम आयोजित किया गया है।  इस कार्यक्रम का आयोजन उच्च न्यायालय विधिक सेवा समिति, ग्वालियर के तत्वाधान में उच्च न्यायालय खण्डपीठ-ग्वालियर में कार्यरत समस्त अधिकारी व कर्मचारीगण के लिये किया गया था। आयोजन का मुख्य उद्देश्य अधिकारी व कर्मचारीगण को  वित्तीय प्रबंधन करने के लिए मार्गदर्शित करना था।  कार्यक्रम में उक्त विषय पर रिसोर्स पर्सन के रूप में सम्मिलित डा. नीलम टंडन ने उपस्थित जन को महत्वपूर्ण वित्तीय बिंदुओं पर मार्गदर्शित किया ।कार्यक्रम में विषिष्ट अतिथि के रूप में सम्मिलित मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय खण्डपीठ-ग्वालियर के प्रशासनिक न्यायाधिपति व उच्च न्यायालय विधिक सेवा समिति के को-चेयरमेन न्यायमूर्ति श्री आनंद पाठक द्वारा कार्यक्रम की विषय वस्तु पर प्रकाश डाला गया। उन्होंने कहा कि अर्थतंत्र एक दुरूह विषय के साथ-साथ एक बेहतरीन प्रौद्योगिकी भी है, जिसे हमें समझने व प्रबंधन करने की आवश्यकता है।  हमारी वित्तीय मजबूती के लिये आवश्यक है कि हम वित्तीय प्रबंधन को समझें, अपने गैर जरूरी खर्चो को रोंके और वित्तीय प्रबंधन के माध्यम से अनिवार्य वित्तीय बचत करें।   इस प्रकार हम स्वयं के साथ-साथ अपने बच्चों को भी वित्तीय साक्षर करते हैं और एक अच्छी वित्तीय प्रबंधन प्रणाली को बनाकर बच्चों के बेहतर भविष्य का सपना साकार कर सकते हैं। 
कार्यक्रम के प्रारंभ में मुख्य न्यायाधिपति श्री सुरेश कुमार कैत के जीवन परिचय से संबंधित संक्षिप्त वीडियों को भी दर्शाया गया।  कार्यक्रम में मुख्य न्यायाधिपति एवं मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय खण्डपीठ-ग्वालियर के प्रशासनिक न्यायाधिपति के अतिरिक्त न्यायमूर्ति श्री अनिल वर्मा, न्यायमूर्ति श्रीमती सुनीता यादव, न्यायमूर्ति श्री मिलिंद रमेश फडके, न्यायमूर्ति श्री रूपेश चंद्र वार्ष्णेय, न्यायमूर्ति श्री हृयेष एवं न्यायमूर्ति श्री राजेन्द्र कुमार वाणी, मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय के रजिस्ट्रार जनरल धरमिंदर सिंह व ओ.एस.डी. श्री नवीन पाराशर,  जिला-ग्वालियर के प्रधान जिला न्यायाधीश श्री पी. सी. गुप्ता, खण्डपीठ-ग्वालियर के जिला न्यायाधीश (सतर्कता) प्रदीप मित्तल, प्रिंसिपल रजिस्ट्रार अखिलेश कुमार मिश्र व ओएसडी हितेन्द्र द्विवेदी, मध्यप्रदेश राज्य अधिवक्ता परिषद के सदस्य जयप्रकाश मिश्रा, जितेन्द्र शर्मा, राजेश शुक्ला व प्रेम सिंह भदौरिया, जिला न्यायालय के न्यायिक अधिकारीगण सहित खण्डपीठ-ग्वालियर में पदस्थ अधिकारी व कर्मचारीगण सम्मिलित हुये।

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