सेवा के लक्ष्य के साथ हमें कर्म करना चाहिएः केन्द्रीय मंत्री सिंधिया

- सेठ गोपालदास अग्रवाल स्मृति सेवा संस्थान का विभूति सम्मान समारोह आयोजित 
- समाजसेवा के विभिन्न क्षेत्रों में काम कर रहीं विभूतियों का हुआ सम्मान
ग्वालियर । केन्द्रीय संचार एवं पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि हमारा देश मूल्यों और सिद्घांतों का भण्डार है, जिसकी सुरक्षा करना हम सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य केवल पैसा कमाना, कुर्सी व उपाधि इत्यादि हासिल करना भर नहीं, जरूरतमंदों की सेवा करना होना चाहिए। श्री सिंधिया सोमवार को चेम्बर ऑफ कॉमर्स के सभागार में सेठ गोपालदास अग्रवाल स्मृति सेवा संस्थान द्बारा विभूति सम्मान समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने समाज सेवा के विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य कर रहीं विभूतियों को इस अवसर पर सेठ गोपालदास अग्रवाल स्मृति सेवा संस्थान की ओर से सम्मानित किया। कार्यक्रम में ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, जस्टिस राकेश सक्सैना एवं कलेक्टर श्रीमती रूचिका चैहान मंचासीन थीं। 
केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि हमारे शास्त्रों में लिखा है- कर्म करो फल की चिंता मत करो। इसका तात्पर्य है कि हमें अपना लक्ष्य निर्धारित करना है। लक्ष्य या तो कर्म हो सकता है या फल। आधुनिक काल में मानव जाति भूल चुकी है कि लक्ष्य क्या होना चाहिए और उसे प्राप्त करने का माध्यम क्या होना चाहिए ? लक्ष्य, फल, कुर्सी, उपाधि व पैसा बन गया है जबकि लक्ष्य सेवा और कर्म होना चाहिए। आज प्रतिस्पर्धा का दौर है, हर कोई एक दूसरे से आगे निकलना चाहता है लेकिन आज भी सबसे जरूरी आपके सिद्घांत और मूल्य हैं।  श्री सिंधिया ने सेठ गोपालदास जी की स्मृति में गठित किये गये सेवा संस्थान को मैं बधाई दी और कहा कि यह संस्था एक ऐसे व्यक्ति की स्मृति को चिर स्थायी बना रही है, जिन्होंने समाज सेवा के लिये अपना जीवन समर्पित किया। उन्होंने कहा जिंदगी में कुछ बिरले ही मनुष्य ऐसे होते हैं, जो राज्य, देश एवं सम्पूर्ण विश्व में परिवर्तन लाने की क्षमता ही नहीं वरन उस परिवर्तन को साकार करने की क्षमता रखते हैं। इसी श्रृंखला में हमारे देश को कई नवरत्न प्राप्त हुए हैं, जिनमें राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, बाबा साहब भीमराव अंबेडकर एवं महात्म्मा ज्योतिबा फुले जिनका सम्पूर्ण जीवन मानव जाति के कल्याण के लिये समर्पित रहा। ये सभी नवरत्न हमारे पथ प्रदर्शक हैं। इन्हीं महानुभावों के पदचिन्हों पर चलकर ग्वालियर क्षेत्र के विकास एवं प्रगति में, व्यापारी वर्ग के बीच में समाज सेवा में सेठ गोपालदास जी ने अपनी भूमिका जिंदगी भर निभाई।  
कार्यक्रम में जस्टिस राकेश सक्सैना ने अपने उदबोधन के माध्यम से सेठ गोपालदास जी के सेवाभावी जीवन पर प्रकाश डाला । कार्यक्रम के आरंभ में सेठ गोपालदास अग्रवाल स्मृति सेवा संस्थान के अध्यक्ष ग्वालदास अग्रवाल ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। कार्यक्रम का संचालन सेठ स्व. गोपालदास अग्रवाल स्मृति सेवा संस्थान के सचिव डॉ. प्रवीण अग्रवाल ने किया। कार्यक्रम के अंत में अतिथियों को स्मृति चिन्ह, डॉ. निहारिका जैन, डॉ, नेहल अग्रवाल एवं मानस अग्रवाल द्वारा प्रदान किये गये। आभार प्रदर्शन सेठ स्व. गोपालदास अग्रवाल स्मृति सेवा संस्थान की उपाध्यक्ष श्रीमती साधना जैन ने किया। कार्यक्रम में चेम्बर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष प्रवीण अग्रवाल, संयुक्त अध्यक्ष हेमंत गुप्ता, मानसेवी सचिव दीपक अग्रवाल, मानसेवी संयुक्त सचिव पवन कुमार अग्रवाल, कोषाध्यक्ष संदीप नारायण अग्रवाल उपस्थित थे।
 
इनका हुआ सम्मान 
केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सेठ गोपालदास अग्रवाल स्मृति सेवा संस्थान की ओर से लाल टिपारा गौशाला के स्वामी ऋषभ देवानंद, समर्पण चैरिटेबिल सोसयटी के प्रेरक सी.ए. जी.डी. लड्ढा, समाजसेवी श्रीचंद वलेचा, जौरासी में महालक्ष्मी मंदिर का निर्माण करवाने वाले श्री हनुमान मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष-एडवोकेट सुरेश चतुर्वेदी, एहसास संस्था प्रारंभ करने वाली सी.ए. गीता आलोक ढींगरा, सेन्ट्रल लायब्रेरी महाराज बाड़ा का रिनोवेशन करवाने वाले प्रबंधक-विवेक सोनी एवं नवज्योति फाउण्डेशन के विशाल जैन को शॉल, श्रीफल, प्रशस्ति पत्र एवं मार्ल्यापण कर सम्मानित किया। 

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