ट्रैक के दोनों और WM बीम फेंसिंग कार्य का मंडल रेल प्रबंधक द्वारा वर्कसाइट का निरीक्षण

वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी - कानपुर खंड पर चल रहे डबल्यू एम बीम फेंसिंग के कार्य का मंडल रेल प्रबंधक दीपक सिन्हा द्वारा निरीक्षण किया गया। यह विशेष फेंसिंग ट्रैक के दोनों तरफ की जा रही है। इस फेंसिंग के लगने से ट्रेन का सुचारु एवं समयबद्ध संचालन सुनिश्चित होगा। 

*क्या है मेटल फेसिंग*  भारतीय रेल मानक संगठन द्वारा एक ऐसा मेटल फेंसिंग डिजाइन किया गया है जो ट्रैक के किनारे जानवरों एवं अवरोध को आने से रोकेगा इस डिजाइन से फेंसिंग का कार्य शीघ्रता से पूर्ण होगा lलगभग 1 किलोमीटर 10 दिन में पूर्ण कर लिया जाएगा l

झांसी रेल मंडल के झांसी - कानपुर खंड पर ट्रैक के दोनों तरफ  डब्ल्यू बीम मेटल टाइप फेंसिंग का काम तेजी से चल रहा है।  उन्होंने ट्रैक के दानों तरफ चल रहे काम की गहनता से जांच की। मंडल रेल प्रबंधक ने कर्मचारियों को फेंसिंग कार्य समय से पूरा करने और उच्च गुणवत्ता बनाए रखने के निर्देश दिए। डब्ल्यूबीम मेटल टाइप फेंसिंग का इस्तेमाल ट्रैक पर जानवरों की आवाजाही रोकने के लिए होता है। इससे पशुधन के जानमाल की हानि भी नहीं होगी।

डब्ल्यू बीम मेटल टाइप फेंसिंग की इतनी ऊंचाई होती है जिससे जानवर कूद कर भी ट्रैक पर नहीं जा पाते हैं। इस खास फेंसिंग से वाहनों के रेलवे ट्रैक पर पहुंचने के मामले में भी कमी आएगी। जिससे ट्रेन संचालन की संरक्षा और सुरक्षा के साथ समयबद्धता में भी वृद्धि होगी। झांसी- कानपुर खंड पर डबल्यू बीम मेटल फेंसिंग का कार्य तेजी से चल रहा है। धौलपुर-बीना खंड पर भी यह कार्य स्वीकृत है। वहां भी जल्द कार्य शुरू हो जाएगा। 

इसके साथ ही मंडल रेल प्रबंधक द्वारा संरक्षा के दृष्टिकोण से समपार फाटक संख्या 123 का भी गहन निरीक्षण किया। गेट पर तैनात गेटमैन को श्री सिन्हा ने संरक्षा के पालन के लिए सजग और सतर्क रहने के लिए मोटिवेट किया। उन्होंने स्टाफ के ज्ञान की परख की और कर्तव्य परायण के प्रति स्टाफ की प्रशंसा की।
मंडल रेल प्रबंधक के रूप निरीक्षण के दौरान वरिष्ठ मंडल इंजीनियर समन्वय आशुतोष चौरसिया, मंडल इंजीनियर/मुख्यालय हिमांशु गौतम, MVI एस के राय और स्टाफ उपस्थित रहा।

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