स्वच्छ्ता एक बेहद जरुरी संस्कार है: डीआरएम
- स्वच्छता पखवाड़ा के तहत 'स्वच्छ प्रसाधन' और स्वच्छ पर्यवारण ' का हुआ आयोजन
भारतीय रेलवे द्वारा चलाए जा रहे देशव्यापी स्वच्छता पखवाड़े के कार्यक्रमों के अंतर्गत उत्तर मध्य रेलवे के झांसी मंडल पर 'स्वच्छ प्रसाधन' और ' स्वच्छ पर्यवारण' के रूप में मनाया गया। इस कार्यक्रम के तहत वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी, ग्वालियर, डबरा, बांदा, चित्रकूट धाम कर्वी, मुरैना, ललितपुर आदि स्टेशनों पर प्रसाधनों में स्वच्छता अभियान चलाया गया। अभियान के तहत रेलवे स्टेशनों, कोचिंग डिपो तथा रेलगाड़ियों में सभी शौचालयों में अभियान चलाया गया। रेलवे अस्पतालों, कार्यालयों और आसपास के क्षेत्रों में भी शौचालय ब्लॉकों की भी गहनता सफाई से की गई।
स्वच्छ प्रसाधन दिवस पर शौचालयों की सफाई के साथ ही वहां पानी की उपलब्धता की जांच भी की गई। इसके साथ ही शौचालयों में जल निकासी की व्यवस्था भी दुरुस्त की गई। संबंधित कर्मचारियों को समझाया गया कि प्रसाधन की नियमित सफाई करते रहें। कहीं पानी लीक होता हुआ दिखाई दे तो तुरंत उसको रोकने का प्रयास करें और दुरस्त करने की व्यवस्था करें। अगर प्रसाधन में कोई टूटी हुई वस्तु दिखाई दे तो उसे बदल दें। यात्रियों को खुले में शौच ना करने के लिए जागरुक किया गया। कर्मचारी और यात्रियों को खुले में शौच करने से होने वाले नुकसान के बारे में बताया गया। स्वच्छता पखवाड़ा के तहत स्वच्छ पर्यावरण दिवस भी मनाया गया। रेल कर्मचारियों और यात्रियों को पर्यावरण के प्रति संवेदनशीलता बनाए रखने के लिए जागरूक किया गया। रेलवे कर्मचारियों को अधिक से अधिक वृक्षारोपण करने और वृक्षों को संरक्षित करने का संदेश दिया गया। रेलवे परिसर तथा कार्य स्थल पर प्लास्टिक का न्यूनतम उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया गया। सभी को पर्यावरण के 3आर (रिड्यूस, रियूज, रिसाइकिल) के सिद्धांत का अनुसरण करने के लिए कहा गया।
मंडल रेल प्रबंधक दीपक कुमार सिन्हा ने कहा कि स्वच्छता पखवाड़ा भारतीय रेलवे का एक महत्वपूर्ण अभियान है। इसके माध्यम से लोगों को यह समझाने का प्रयास किया जा रहा है की स्वच्छता एक बेहद जरूरी संस्कार है। कर्मचारियों को प्रसाधन के नियमित सफाई के निर्देश दिए गए। झांसी रेल मंडल पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी लगातार कार्य कर रहा है। वृक्षारोपण के साथ ही डीजल के उपयोग में कमी लाई जा रही है। सौर ऊर्जा और हरित ऊर्जा के इस्तेमाल को भी बढ़ावा दिया जा रहा है।