मरुधरा के बुजुर्गों को सरकार कराएगी मुफ्त में तीर्थ यात्रा

* देवस्थान विभाग ने वरिष्ठ नागरिकों से मांगे आवेदन, रामेश्वरम और पशुपति नाथ समेत अन्य तीर्थ शामिल
-प्रदीप कुमार वर्मा
धौलपुर। अपने जीवन काल में तीर्थ यात्रा पर जाना हर बुजुर्ग का एक सपना होता है। सामान्यतः अपने परिवार के बुजुर्गों को तीर्थ यात्रा पर ले जाने की जिम्मेदारी उनके पुत्र-पुत्री अथवा अन्य परिजनों की होती है। लेकिन अब बुजुर्गों के इस सपने को साकार करने का जिम्मा राज्य सरकार ने उठाया है। मरुधरा के बुजुर्गों को अब सरकार अपने खर्चे पर वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना के तहत देश और विदेश में स्थित धार्मिक स्थलों की यात्रा कराएगी। वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना में सभी धर्म से संबंधित धार्मिक स्थलों को शामिल किया गया है।        
           इस वर्ष की तीर्थ यात्रा के लिए सरकार के देवस्थान विभाग ने बुजुर्गों से आवेदन मांगे हैं।राज्य सरकार के देवस्थान विभाग ने 4 सितंबर को एक आम सूचना जारी करके वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना-2024 के तहत आवेदन प्रक्रिया शुरू कर दी है। सरकार की ओर से तीर्थ यात्रा पर जाने वाले बुजुर्गों को आगामी 19 सितंबर तक इस हेतु आवेदन करने होंगे। देवस्थान विभाग की ओर से बुजुर्गों को रेल एवं हवाई जहाज द्वारा तीर्थ यात्रा पर जाने की सुविधा मिलेगी।
               देवस्थान विभाग के सहायक आयुक्त केके खंडेलवाल ने बताया कि वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना-2024 के तहत राजस्थान के मूल निवासी बुजुर्ग, जिनकी उम्र 60 वर्ष से अधिक है और जो आयकर नहीं देते हैं, पात्र होंगे। यही नहीं वर्ष 2022 के अंतर्गत वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना में प्राप्त आवेदनों में से वर्ष 2023-24 में यात्रा पर गए यात्रियों के अलावा शेष रहे यात्री भी इस वर्ष की यात्रा में शामिल किए जाएंगे। उन्हें नए आवेदन करने की आवश्यकता नहीं होगी।
                प्रदेश की भजनलाल सरकार द्वारा देवस्थान विभाग के तत्वाधान में होने वाली वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना-2024 में रेल द्वारा देश के 15 पैकेजों में धार्मिक स्थलों का नि:शुल्क भ्रमण कराया जाएगा। इनमें रामेश्वरम-मदुरई, जगन्नाथपुरी, तिरुपति, द्वारकापुरी-सोमनाथ, वैष्णो देवी- अमृतसर, प्रयागराज-वाराणसी, मथुरा-वृंदावन- बरसाना, सम्मेद शिखर-पावापुरी-बैद्यनाथ, उज्जैन- ओंकारेश्वर-त्रंबकेश्वर (नाशिक), गंगासागर (कोलकाता),कामाख्या (गुवाहाटी), हरिद्वार- ऋषिकेश-अयोध्या, मथुरा-अयोध्या, बिहार शरीफ, बेलकानी चर्च तमिलनाडु शामिल है।
               सहायक आयुक्त ने बताया कि इसके अलावा वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना-2024 में हवाई जहाज द्वारा भी वरिष्ठ नागरिकों को पशुपतिनाथ-काठमांडू (नेपाल) में तीर्थ यात्रा की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। इस संबंध में अधिक जानकारी के लिए देवस्थान विभाग के सहायक आयुक्त कार्यालय में भी वर्ष नागरिक अथवा उनके परिजन अधिक जानकारी के लिए संपर्क कर सकेंगे।
             इन सभी तीर्थ स्थलों में से वरिष्ठ नागरिकों को वरीयता के क्रम में तीन स्थानों को आवेदन में अंकित करना होगा  तीर्थ यात्रा पर जाने वाले वरिष्ठ नागरिकों को देवस्थान विभाग की वेबसाइट https://devasthan.rajasthan.gov.in अथवा हिंदी में "देवस्थान डिपार्मेंट राजस्थान" पोर्टल पर जानकारी प्राप्त कर इन्हीं पर सीधे जाकर स्वयं अथवा कंप्यूटर जानकर की मदद से आवेदन भरना होगा।


वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना एक नजर में...
राजस्थान में वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना का आगाज वर्ष 2013 में हुआ। प्रारंभ में केवल रेल के जरिए ही वरिष्ठ नागरिकों को तीर्थ यात्रा कराई जाती थी। लेकिन वर्ष 2022 में इसमें हवाई यात्रा का प्रावधान भी शामिल किया गया है। देवस्थान विभाग के सहायक आयुक्त केके खंडेलवाल बताते हैं कि  वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना में कुल 20 हजार बुजुर्गों को लाभान्वित किए जाने का लक्ष्य रखा गया है। इनमें 18 हजार बुजुर्गों को रेल के माध्यम से तथा 2 हजार बुजुर्गों को हवाई जहाज के माध्यम से तीर्थ यात्रा कराए जाने का प्रावधान है। वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना में तीर्थ यात्रा जाने वाले बुजुर्गों की सुविधा और सहूलियत के लिए पति अथवा पत्नी अथवा किसी अन्य व्यक्ति को सहायक के रूप में ले जाने का प्रावधान भी रखा गया है। तीर्थ यात्रा पर जाने वाले वरिष्ठ नागरिकों का चयन जिला कलेक्टर के स्तर पर गठित एक समिति द्वारा लाटरी के माध्यम से किया जाता है। जिसके बाद चयनित वरिष्ठ नागरिकों की सूचना देवस्थान विभाग राज्य सरकार को भेजी जाती है। इसके बाद में वरिष्ठ नागरिकों को तीर्थ यात्रा पर रवाना किया जाता है।

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