सिद्ध पीठ श्री गंगा दास जी की साला में पूरन बैराठी पीठाधीश्वर स्वामी राम सेवक दास जी महाराज के पावन सानिध्य में श्री मद भागवत कथा में पूज्य आचार्य जी ने चतुर्थ दिवस में कृष्ण जन्मोत्सव की कथा सुनाने से पहले बताया की इस धरती पर धर्म की स्थापना एवं भक्तो को आनंद देने की लिए प्रभु अवतार लेते है ओर इस धरा से दुष्टों का का विनाश कर भक्तों को अभय प्रदान कर देते है इसी प्रकार जब भक्त प्रह्लाद ने भगवान को पुकारा तो प्रभु अपने भक्त के लिए खम्ब में से प्रगट हो गए कथा में बताया की अगर माता पिता भी आप को धर्म के विमुख आचरण करने को कहे तो उनको भी त्याग देना चाहिए यही धर्म शास्त्र कहते है कथा में वामन उत्सव भी धूम धाम से मनाया गया राम जन्म की कथा का वर्णन करते हुए कहा की राम जी का जीवन हमें जीना सिखाता है राम चरित्र मानस सिखाती है की राम जैसा पुत्र राम जैसा भाई राम जैसा पति जीवन में हर कोई चाहता है परन्तु यह तभी संभव है जब हर कोई जीवन में धर्म के मार्ग पर चले कथा के विश्राम में कृष्ण जन्म की कथा सुनाई भगवान की सुन्दर झांकी ओर ठाकुर जी को झूला झुलाया गया ओर बहुत सुन्दर बधाइयों का आनंद हुआ सभी संत ओर भक्तो ने आनंद लिया इस मौके पर परम पूज्य महंत स्वामी श्री राम सेवक दास जी महाराज ,जयपुर से पधारे महंत श्री बलराम दास जी महाराज राघव दास जी महाराज एवं शिवपुरी से श्री महंत जमना दास जी महाराज श्री दास जी महाराज राम भजन दास जी महाराज राम दास जी महाराज राम कृष्ण दास जी महाराज मुख्य यजमान श्री मति मुन्नी देवी कटारे , श्री मदन मोहन कटारे श्रीमती हेमलता कटारे श्री सतीश कटारे श्रीमती नीता कटारे एवं सभी भक्तो ने आनंद लिया रात्रि में वृंदावन से आई रास लीला में भगवान की सुंदर माखन चोरी की की लीला का मंचन किया गया ओर रास लीला की भव्य आरती उतरी गई ।