एसआईआर प्रक्रिया हमारे लिए भविष्य की चुनावी सफलता की कुंजी: हेमंत खण्डेलवाल
ग्वालियर। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव एवं एसआईआर के राष्ट्रीय प्रभारी तरूण चुघ, प्रदेश अध्यक्ष हेमंत खण्डेलवाल एवं प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद ने रविवार को ग्वालियर के आकाशवाणी तिराहा स्थित होटल रमाया में ग्वालियर-चंबल संभाग की विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआरआई) को लेकर आयोजित संभागीय बैठक को संबोधित किया। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने एसआईआर प्रक्रिया लोकतंत्र की मजबूती के लिए अत्यंत आवश्यक है। एसआईआर एक पूरी तरह सामान्य, नियमित और संवैधानिक प्रक्रिया है, जिसका पालन हर सरकार, चाहे किसी भी दल की हो अनिवार्य रूप से करती है। एसआईआर लोकतंत्र की मजबूती का सबसे प्रभावी साधन है, इसलिए कार्यकर्ताओं को पूर्ण प्रतिबद्धता के साथ जुटना हैं। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष व विधायक हेमंत खण्डेलवाल ने कहा कि एसआईआर कोई साधारण या एक दल से संबंधित प्रक्रिया नहीं है, बल्कि वर्ष 2028 के चुनाव में भाजपा की जीत और हार को निर्णायक रूप से प्रभावित करने वाला सबसे महत्वपूर्ण चुनावी सफलता की कुंजी है। संगठन की शक्ति और 2028 की जीत, दोनों का आधार एसआईआर है। मतदाता सूची की एक गलती से परिणाम बदल सकते है, इसलिए कार्यकर्ता एसआईआर को सर्वोच्च प्राथमिकता देकर कार्य में जुट जाएं। विधानसभा चुनाव 2028 एवं लोकसभा चुनाव की प्रचंड जीत का आधार, बूथ मजबूती और बीएलए की सक्रिय भूमिका रहेगी। भाजपा के प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद ने कहा कि मतदाता सूची को शुद्ध, अद्यतन और त्रुटिरहित बनाना हम सभी कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारी है। एसआईआर को पूरी गंभीरता से लागू कर मेरा बूथ सबसे मजबूत बनाने की जिम्मेदारी पदाधिकारियों, जनप्रतिनिधियों और कार्यकर्ताओं की है। बैठक को एसआईआर समिति के प्रदेश संयोजक व विधायक भगवानदास सबनानी ने भी संबोधित किया।
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरूण चुघ ने कहा कि लोकतंत्र में प्रत्येक नागरिक और प्रत्येक कार्यकर्ता को वोट देने का अधिकार सुनिश्चित करना अत्यधिक जरूरी है और इसी मतदान व्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए एसआईआर की प्रक्रिया की आवश्यकता पड़ती है। यह केवल एक औपचारिक प्रक्रिया नहीं, बल्कि भाजपा कार्यकर्ताओं के लिए गंभीर जिम्मेदारी है। इसलिए हर कार्यकर्ता को इसे अत्यंत गंभीरता, प्रतिबद्धता और पूर्ण दक्षता के साथ पूरा करना है। मध्यप्रदेश और गुजरात के भाजपा कार्यकर्ता हमेशा से संगठनात्मक गतिविधियों को आगे बढ़ाने, बूथ प्रबंधन मजबूत करने और पार्टी की नीतियों को जन-जन तक पहुंचाने में अग्रणी भूमिका निभाते आ रहे हैं। भाजपा का उद्देश्य मात्र सत्ता प्राप्त करना नहीं, बल्कि जनसेवा करना है और भाजपा का हर कार्यकर्ता इसी भावना के साथ अपनी जिम्मेदारी निभाता है। उन्होंने कहा कि बीएलए हमारी पूरी चुनावी प्रक्रिया की रीढ़ है। बूथ प्रबंधन से लेकर मतदाता सत्यापन तक प्रत्येक कदम पर बीएलए की सजगता और समर्पण ही संगठन को अधिक मजबूत और प्रभावी बनाता है। बीएलए न केवल अपने शक्ति केंद्र पर जाएं, बल्कि प्रत्येक बूथ पर जाकर मतदाताओं को एसआईआर प्रक्रिया पूरी करने में सहयोग दें। मंडल और बूथ स्तर पर बैठकें कर तुरंत कार्य में जुट जाएं। 4 दिसंबर तक वैध मतदाताओं के नामों की सूची तैयार कर जमा कर दी जाए। लोकतंत्र को सशक्त बनाने, वैध मतदाताओं को उनका अधिकार दिलाने और मतदाता सूची को पूरी तरह शुद्ध करने के लिए भाजपा का हर कार्यकर्ता पूरी तत्परता और समर्पण के साथ एसआईआर अभियान में जुट जाए।
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरूण चुघ ने कहा कि मतदाता शुद्धिकरण अभियान एक तकनीकी कार्य नहीं, बल्कि लोकतंत्र को शुद्ध, पारदर्शी और सशक्त बनाने का व्यापक प्रयास है। बिहार में पार्टी कार्यकर्ताओं ने समुद्र मंथन जैसा कठोर परिश्रम किया और जब मंथन होता है, तो हलाहल भी निकलता है। भाजपा कार्यकर्ताओं ने वह हलाहल पीकर लोकतंत्र के अमृत को सुरक्षित रखा। इसीलिए एसआईआर केवल एक प्रक्रिया नहीं, बल्कि भाजपा की राजनीतिक संस्कृति और संगठनात्मक मजबूती का आधार है। बीएलए जितना सक्रिय होगा, बूथ उतना मजबूत बनेगा और चुनाव उतना अधिक पारदर्शी, निष्पक्ष और विश्वसनीय होगा। निर्वाचन आयोग द्वारा संचालित एसआईआर का उद्देश्य मतदाता सूची को पूरी तरह शुद्ध, पारदर्शी और त्रुटिरहित बनाना है। आज बड़ी संख्या में लोग नौकरी या रोजगार के कारण एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाते हैं, जिससे उनके नाम एक से अधिक स्थानों की सूची में दर्ज हो जाते हैं। कई मतदाताओं की मृत्यु के बाद भी उनके नाम सूची में बने रहते हैं। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष एवं विधायक हेमंत खण्डेलवाल ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश की तासीर ही ऐसी है कि यहाँ भाजपा का काम हर क्षेत्र में उत्कृष्ट रहता है और संगठन हर चुनौती को अवसर में बदलने की क्षमता रखता है। एसआईआर कोई साधारण या एक दल से संबंधित प्रक्रिया नहीं है, बल्कि वर्ष 2028 के चुनाव में भाजपा की जीत और हार को निर्णायक रूप से प्रभावित करने वाला सबसे महत्वपूर्ण कारक है। वर्ष 2028 की चुनावी सफलता के लिए जितनी अधिक गंभीरता अभी दिखाई जाएगी, सफलता उतनी ही सुनिश्चित होगी। इसलिए एसआईआर को पूर्ण समर्पण, एकजुटता और युद्धस्तर की तत्परता के साथ लागू करना होगा। उन्होंने कहा कि यदि भाजपा इस प्रक्रिया को केवल औपचारिकता मानकर चलेगी, तो आने वाले समय में चुनाव हमारे लिए चुनौतीपूर्ण स्थिति पैदा कर सकते हैं। हेमंत खण्डेलवाल ने कहा कि विधायकगण अपने-अपने क्षेत्रों में निरंतर उपस्थिति बनाए रखें, बूथ स्तर तक निगरानी रखें और एसआईआर की प्रगति पर नियमित बैठकें आयोजित करें। यह सिर्फ एक प्रशासनिक कार्य नहीं, बल्कि संगठन की सामूहिक ज़िम्मेदारी है जो भविष्य की चुनावी जीत को तय करेगी।
भाजपा के प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि एसआईआर प्रक्रिया को सर्वोच्च प्राथमिकता देने की आवश्यकता है। आगामी चुनावों की दृष्टि से मतदाता सूची ही चुनाव का सबसे बड़ा और प्रभावी हथियार है, इसलिए इसे शुद्ध, अद्यतन और त्रुटिरहित बनाना अत्यंत आवश्यक है। वर्तमान में मध्यप्रदेश में 65 हजार से अधिक बूथ हैं और आने वाले समय में इनकी संख्या में और वृद्धि होने वाली है। ऐसे में बूथों को मजबूत करने, संगठन को सुदृढ़ करने और मतदाता सूची को दुरुस्त करने की जिम्मेदारी सभी पदाधिकारियों, जनप्रतिनिधियों और कार्यकर्ताओं की है। मेरा बूथ सबसे मजबूत करने की पहली सीढ़ी मतदाता सूची को सही और अद्यतन करना ही है। इस कार्य के लिए सरपंच, जनपद सदस्य, जिला पंचायत सदस्य, पार्षद, जनप्रतिनिधि, मंडल पदाधिकारी और बूथ कार्यकर्ता सभी को समन्वय के साथ लगातार बैठकें कर सक्रिय भूमिका निभानी होगी। इस अवसर पर प्रदेश शासन के मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, नारायण सिंह कुशवाह, ऐंदल सिंह कंषाना, संभाग प्रभारी विजय दुबे, सांसद भारत सिंह कुशवाह, प्रदेश उपाध्यक्ष व संभाग प्रभारी डॉ. निशांत खरे, संभाग प्रभारी अभय यादव, सांसद भारत सिंह कुशवाह, पूर्व मंत्रीगण श्रीमती माया सिंह, श्रीमती इमरती देवी, अरविंद भदौरिया, रामनिवास रावत, प्रदेश उपाध्यक्ष रणवीर रावत, शैलेंद्र बरूआ, सुरेंद्र शर्मा, प्रदेश मंत्री लोकेंद्र पाराशर, ग्रामीण जिलाध्यक्ष प्रेम सिंह रावत, विधायक मोहन सिंह राठौड़ उपस्थित रहे। बैठक में आभार जिला अध्यक्ष जयप्रकाश राजौरिया ने माना एवं संचालन जिला महामंत्री विनय जैन ने किया।