तेज रफ्तार फॉर्च्यूनर कार रेत से भरे ट्रैक्टर-ट्रॉली से टकराई, 5 की मौत
- गाड़ी काटकर निकालने पड़े शव
ग्वालियर। तेज रफ्तार फॉर्च्यूनर कार रेत से भरे ट्रैक्टर-ट्रॉली से जा टकराई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि फॉर्च्यूनर सवार सभी पांच लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। कार ट्रॉली के नीचे घुस गई, जिसकी वजह से कोई भी यात्री बच नहीं पाया। हादसा ग्वालियर-झांसी हाइवे पर शहर से करीब 20 किलोमीटर पहले रविवार सुबह साढे 5 से 6 बजे के बीच हुआ। पुलिस हादसे की जांच कर रही है।
जानकारी के अनुसार एमपी07सीजी 9006 नंबर की फॉर्च्यूनर में उत्तर प्रदेश के झांसी से एक कार्यक्रम में शामिल होकर ग्वालियर लौट रहे थे। कार जैसे ही मालवा कॉलेज के सामने पहुंची, मोड़ पर रेत से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली सामने आ गई। तेज रफ्तार होने के कारण ड्राइवर, कार को नियंत्रित नहीं कर सका और कार पीछे से ट्रॉली में घुस गई। शव कार और ट्रॉली के बीच बुरी तरह फंसे गये थे। हादसे की सूचना राहगीरों ने तुरंत पुलिस को दी। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थानीय निवासियों की मदद से कटर मशीन की मदद से गाड़ी को काटकर शवों को बाहर निकाला। फॉर्च्यूनर ग्वालियर के प्रॉपर्टी कारोबारी उमेश राजावत की है। पता चला है कि शनिवार रात करीब 9 बजे वे शनिचरा धाम से लौटे थे। उसके इकलौता बेटा प्रिंस राजावत कार ले गया था। मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि फॉर्च्यूनर की रफ्तार करीब 160 किमी प्रतिघंटा थी। पुलिस ने कार के दरवाजे तोड़कर घायलों को बाहर निकाला। पुलिस के मुताबिक हादसे के कारण् कार के एयरबैग खुलकर फट गए हैं। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि कार की रफ्तार 120 किलोमीटर प्रति घंटा के आसपास होगी। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि कार से शराब की खाली बोतल और खाली डिस्पोजेबल गिलास भी मिले हैं। मृतकों की पहचान अभिमन्यु तोमर, आदित्य जादौन, राज पुरोहित, कौशलेंद्र भदौरिया और प्रिंस राजावत के रूप में हुई है। ये सभी ग्वालियर के निवासी बताए जा रहे हैं और झांसी की ओर से लौट रहे थे। सीएसपी नागेंद्र सिंह सिकरवार ने बताया कि हादसे के कारणों की जांच की जा रही है।
रियल एस्टेट कारोबारी का इकलौता बेटा था प्रिंस
हादसे में जान गंवाने वाला 24 साल का प्रिंस, कारोबारी उमेश राजावत के तीन भाइयों में इकलौता बेटा था। उसके पिता का तेल और रियल एस्टेट का कारोबार है। प्रिंस की शादी की तैयारी भी चल रही थी। उसके लगातार रिश्ते आ रहे थे। अगले साल उसकी शादी होनी थी, लेकिन पिता का उसे घोड़ी पर बैठाने का सपना उसकी मौत के साथ ही टूट गया। प्रिंस की मौत की खबर के बाद पूरा परिवार सदमे में है। वहीं हादसे में 21 वर्षीय अभिमन्यु सिंह तोमर की भी मौत हुई है। अभिमन्यु के पिता लोकेंद्र सिंह तोमर स्वास्थ्य विभाग में अधिकारी हैं और अभी पुडुचेरी में पदस्थ हैं। मूल रूप से अंबाह-पोरसा (मुरैना) का रहने वाला अभिमन्यु अपनी मां, छोटे भाई के साथ भगत सिंह नगर में किराए पर रहता था। वह भी मां को बिना बताए घर से निकला था। घटना के बाद अभिमन्यु की मां और छोटा भाई अस्पताल पहुंचे। उनका रो-रो कर बुरा हाल था।
एक साथ निकले पांचों दोस्तों के शव
ग्वालियर में रविवार दोपहर को अस्पताल के बाहर जो मंजर था वह दिल दहला देने वाला था। जिस तरह एक साथ शनिवार रात को पांचों दोस्त जश्न मनाने निकले थे, उसी तरह एक के बाद एक सभी के शव उनके परिजन एम्बुलेंस से ले जाते निकल रहे थे।