झांसी मंडल द्वारा ट्रेन परिचालन में संरक्षा और गतिशीलता बढ़ाने के सतत प्रयास
झांसी रेल मंडल ट्रेन परिचालन में संरक्षा और गतिशीलता बढ़ाने के लिए लगातार कदम उठा रहा है। 130 किमी प्रति घंटे की गति वाले मुख्य मार्ग और उच्च यातायात घनत्व के चलते, संरक्षा और कुशल संचालन सुनिश्चित करना मंडल की सर्वोच्च प्राथमिकता है। सड़क उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, दिसंबर 2024 में 4 लेवल क्रॉसिंग गेट बंद कर दिए गए हैं। इसी अवधि में 9 वैगनों में ट्विन पाइप एयर ब्रेक सिस्टम स्थापित किया गया, जिससे अब तक कुल 765 वैगनों में यह प्रणाली लगाई जा चुकी है। इससे संरक्षा और गतिशीलता के साथ-साथ समयपालनता भी बढ़ती है।
दिसंबर 2024 में वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी-मानिकपुर और वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी-धौलपुर सेक्शनों के बीच 29.102 किमी ट्रांसनेट फ्रेट रेल (टीएफआर) का कार्य पूरा कर लिया गया। इसके अलावा, 20 थिक वेब स्विच लगाए गए और 89 ग्लूड रिप्लेसमेंट का कार्य भी संपन्न हुआ। इन सभी कार्यों का उद्देश्य संरक्षा और समयपालनता में सुधार के साथ-साथ ट्रेन संचालन को अधिक गतिशील बनाना है। कोहरे और सर्दी के मौसम को ध्यान में रखते हुए झांसी मंडल के विभिन्न स्टेशनों, क्रू लॉबी और यार्डों में संरक्षा से जुड़े सेमिनार आयोजित किए गए। इन सेमिनारों में सिग्नल पासिंग एट डैंजर (SPAD) की रोकथाम, कोहरे के दौरान सुरक्षित ट्रेन संचालन, शंटिंग ऑपरेशन में सतर्कता, कार्यस्थलों पर सुरक्षा उपाय, गश्त के दौरान सावधानियां और हॉट एक्सल मामलों में आवश्यक कार्रवाई जैसे विषयों पर चर्चा की गई। इन सत्रों में फ्रंटलाइन कर्मचारियों के साथ संवाद पर विशेष जोर दिया गया ताकि उन्हें सुरक्षित और कुशल संचालन के लिए नवीनतम संरक्षा निर्देशों से अवगत कराया जा सके। इस प्रकार, संरक्षा सेमिनारों के माध्यम से संरक्षा और सुरक्षा में सुधार के साथ संचालन की समयपालनता भी सुनिश्चित की जा रही है। मंडल रेल प्रबंधक दीपक कुमार सिन्हा ने कहा, "संरक्षा और गतिशीलता बढ़ाने के प्रयास निरंतर जारी हैं। यात्री सुरक्षा और सुविधा को सर्वोत्तम बनाने के प्रति हम पूर्णत: प्रतिबद्ध हैं l