चंबल नहर प्रणाली से मिलेगा मध्यप्रदेश के हिस्से का पूरा पानी: सिलावट
- जलसंसाधन मंत्री ने राजस्थान के जलसंसाधन मंत्री से की चर्चा
ग्वालियर। चंबल नहर प्रणाली से मध्यप्रदेश के हिस्से का पूरा पानी प्राप्त करने के लिये प्रदेश के जल संसाधन एवं ग्वालियर जिले के प्रभारी मंत्री तुलसीराम सिलावट लगातार प्रयासरत हैं। इस सिलसिले में उन्होंने बुधवार को राजस्थान के जलसंसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत से टेलीफोन पर चर्चा की। राजस्थान के जल संसाधन मंत्री रावत ने मध्यप्रदेश के हिस्से का पूरा पानी उपलब्ध कराने के लिए श्री सिलावट को पुख्ता आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा है कि चंबल नहर प्रणाली से पार्वती एक्वाडक्ट पर जल्द ही मध्यप्रदेश के हिस्से का पानी उपलब्ध करा दिया जायेगा। ज्ञात हो चंबल नहर प्रणाली से चंबल संभाग के श्योपुर, मुरैना व भिण्ड जिले की सिंचाई के लिये पानी मिलता है।
ग्वालियर जिले के प्रभारी एवं जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने बताया कि चंबल नहर प्रणाली से श्योपुर, मुरैना व भिण्ड जिले के अंतर्गत 3 लाख 62 हजार 100 हैक्टेयर में सिंचाई होती है। उन्होंने बताया बीते दिनों मध्यप्रदेश - राजस्थान अंतर्राज्यीय नियंत्रण मण्डल कोटा की 29वी तकनीकी समिति की बैठक में चंबल मुख्य नहर से मध्यप्रदेश की मांग के अनुसार पार्वती एक्वाडक्ट पर 3900 क्यूसेक पानी निरंतर उपलब्ध कराने का निर्णय हुआ था। लेकिन मात्र 1800 से लेकर 2100 क्यूसेक पानी ही मध्यप्रदेश को दिया जा रहा था। यह बात संज्ञान में आने पर राज्य सरकार की ओर से प्रदेश के जलसंसाधन मंत्री सिलावट द्वारा तत्काल राजस्थान सरकार के जल संसाधन मंत्री से चर्चा की गई है। प्रदेश के जलसंसाधन मंत्री सिलावट ने बताया कि राजस्थान के जल संसाधन मंत्री ने जल्द से जल्द मध्यप्रदेश के हिस्से का पूरा पानी उपलब्ध कराने का पुख्ता आश्वासन दिया है। श्री सिलावट ने कहा है कि मध्यप्रदेश सरकार अपने हिस्से का पूरा पानी प्राप्त करने के लिये कटिबद्ध है और इसके लिये लगातार राजस्थान सरकार के संपर्क में है।