अनूपपुर/अमरकंटक (राजेश पयासी)| मैकल पर्वत की शुभ यात्रा देश के लोकप्रिय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा भारत को विश्वगुरु बनाने की दिशा में किये जा रहे प्रयत्नों में सहभागी होगा। मां नर्मदा मैकल परिक्रमा समिति भारतवर्ष के द्वारा कार्तिक पूर्णिमा के पावन अवसर पर माता नर्मदा जी की उद्गम नगरी अमरकंटक में माई की बगिया से मैकल पर्वत परिक्रमा यात्रा का शुभारंभ हुआ। 15 से 21 नवंबर तक लगभग 70 किलोमीटर मैकल पर्वत की परिक्रमा यात्रा प्रथम दिवस अमरकंटक के गणेश धूना माई की बगिया से प्रारंभ होकर अमरकंटक, कबीर चबूतरा हो कर जगतपुर पहुंची।
मध्यप्रदेश शासन के उप मुख्यमंत्री विंध्य रत्न पं राजेन्द्र शुक्ला परिक्रमा वासियों और संतों से मिलने जगतपुर पहुंचे। उन्होंने यहाँ श्रद्धालुओं के साथ माता नर्मदा जी की पूजा अर्चना कर आरती की। प्रदेश के उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल के साथ विभाग प्रचारक कमल जी राठौड़, भाजपा जिला अध्यक्ष रामदास पुरी, गौ संरक्षक प्रदेश उपाध्यक्ष राजेश पांडे, लल्लू महाराज बरनयी,वरिष्ठ भाजपा नेता जिला उपाध्यक्ष हनुमान गर्ग,मनोज कुमार द्विवेदी, विवेक पांडे,लव कुश शुक्ला ,अजय शुक्ला, मुनेश्वर पांडे, राकेश गुप्ता, वाल्मीकि तिवारी, विजय शुक्ला, रवि तिवारी,सुनील वर्मा, राजकमल तिवारी ,अभिषेक शराफ, सुदर्शन रैकवार, आशुतोष शराफ,सिद्धार्थ सिंह ,राज किशोर तिवारी ,मनोज मिश्रा, अरविंद मिश्रा, संतोष गर्ग, केशव गर्ग, उर्मिला गर्ग, अभिषेक त्रिपाठी, स्वप्निल पांडेय, कपिल जैन, रवि शर्मा,नंन्हू गुप्ता,सूरज अगरिया, के साथ हजारों श्रद्धालु उपस्थित रहे।परिक्रमावासियों, श्रद्धालुओं,गणमान्य जनों को संबोधित करते हुए उपरोक्त विचार व्यक्त करते हुए राजेंद्र शुक्ल ने कहा कि आयोजकों द्वारा मैकल पर्वत की पवित्र आध्यात्मिक यात्रा सनातन परंपरा को बढाने वाली है। उन्होंने कहा कि यह सब नर्मदा मैया के आशीर्वाद और उनकी प्रेरणा से हो रहा है।उल्लेखनीय है कि मैकल पर्वत परिक्रमा को लेकर श्रद्धालु आमजन समाजसेवी पवित्र अमरकंटक के सभी समुदाय के लोगों एवं परिक्रमा क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में भारी उत्साह का माहौल देखा जा रहा है। मध्यप्रदेश छत्तीसगढ़ की सीमा में उपस्थित सतपुड़ा पर्वत श्रेणी का मैकल पर्वत पूर्वी विस्तार है। अनूपपुर जिले के अमरकंटक के मां नर्मदा मैकल परिक्रमा समिति भारतवर्ष,गणेश धुना आश्रम के तत्वावधान में पर्वत राज मैकल अमरकंटक की लगभग 70 किलोमीटर लंबी पैदल परिक्रमा का शुभारंभ विधिवत पूजा अर्चना और संकल्प के साथ कार्तिक पूर्णिमा 15 नवंबर शुक्रवार को गणेश धूना आश्रम अमरकंटक से हुआ।इस छः दिवसीय की पैदल यात्रा का समापन 21 नवंबर गुरुवार को गणेश धुना अमरकंटक में होगा।
उल्लेखनीय है कि मां नर्मदा मैकल पर्वत राज परिक्रमा माँ नर्मदा के आशीर्वाद और परमपूज्य सीताराम जी महाराज के नेतृत्व और संत श्री भगवान दास जी महाराज के अगुवाई में किया जा रहा है। रात्रि विश्राम से पूर्व भजन संकीर्तन मां नर्मदा के तटवर्ती घाट स्थित ग्राम जगतपुर कंरजिया में देर रात तक चलता रहा।। 16 नवंबर को यह यात्रा प्रारंभ होकर जोगी कुंड नर्मदा घाट करंजिया में विश्राम करेगी। तथा 17 नवंबर को यहां से यात्रा प्रारंभ होकर जलेश्वर महादेव तीर्थ में विश्राम भोजन एवं संकीर्तन करेगी। जलेश्वर महादेव तीर्थ से 18 नवंबर को बालभोग के साथ परिक्रमा पुनः प्रारंभ होगी तथा रात्रि विश्राम एवं भोजन पकरिया में होगा। 19 नवंबर को ग्राम पकरिया से यात्रा माई के मंडप तक रहेगी तथा माई के मंडप से 20 नवंबर को यात्रा प्रारंभ होकर ग्राम आमाडोब मैं रात्रि विश्राम के लिए रुकेगी। ग्राम आमाडोब से 21 नवंबर की सुबह यात्रा प्रारंभ होकर गणेश धूना अमरकंटक माई की बगिया में परिक्रमा का समापन होगा तथा यहां पर कन्या पूजन कन्या भोजन, हवन पूजन भंडारा आयोजित होगा। अमरकंटक पर्वत परिक्रमा यात्रा के संयोजक महंत भगवान दास जी है जो कि गणेश धुना माई की बगिया अमरकंटक के मंहत है वही पर यात्रा के संरक्षक 1008 श्री मां नर्मदा सीताराम महाराज जी हैं।