देव उठे, बजने लगी शहनाईयां

ग्वालियर। अंचल में मंगलवार को देवउठनी एकादशी का त्यौहार धूमधाम से मनाया गया। देवउठनी एकादशी और तुलसी विवाह के साथ ही विवाहों के मुहुर्त पर लगा विराम हट गया और शाम को शहर में कई बारातें निकलती दिखाई दीं।
देवउठनी एकादशी पर लोगों ने घरों में गन्नों का मंडप बनाकर उनके नीचे भगवान सालिगराम और भगवान विष्णु को बैठाकर उनकी पूजा अर्चना की। साथ ही दीपावली के बाद एक बार से फिर से शहर में आतिशबाजी का शोर सुनाई दिया। उल्लेखनीय है कि हिंदू धर्म की मान्यताओं के अनुसार देवउठनी एकादशी से भगवान विष्णु राजा बलि के द्वार से उठ जाते हैं और इसी के साथ पृथ्वी लोक में मंगल कार्य शुरू हो जाते हैं। देव उठने के बाद हमारे यहां शादियां शुरू हो जाती हैं। मान्यता है कि भगवान शयनशैया से उठ जाते हैं और विवाह आदि के कार्य शुरु हो जाते हैं। मंगलवार को भी विवाह के लिए शुभ मुहुर्त थे, जिसके चलते शहर में कई वैवाहिक आयोजन हुए और बारातें निकलीं। इस दौरान मुख्य बाजारों में बारातें भी निकलीं और शादियों के आयोजन हुए।

posted by Admin
85

Advertisement

sandhyadesh
sandhyadesh
sandhyadesh
sandhyadesh
sandhyadesh
Get In Touch

Padav, Dafrin Sarai, Gwalior (M.P.)

00000-00000

sandhyadesh@gmail.com

Follow Us

© Sandhyadesh. All Rights Reserved. Developed by Ankit Singhal

!-- Google Analytics snippet added by Site Kit -->