ग्वालियरः चंबल संग्रहालय पंचनद और पत्रकारिता एवं जनसंचार अध्ययन केन्द्र द्वारा आयोजित चंबल इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल के आठवें संस्करण का 7-8 सितंबर 2024 को जीवाजी विश्वविद्यालय के गालव सभागार हो रहा है। चंबल इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल पुस्तिका रीलिज करते हुए फेस्टिवल संस्थापक और चंबल संग्रहालय, पंचनद के महानिदेशक डॉ. शाह आलम राना ने बताया कि फिल्म समारोह के दौरान चंबल म्यूजियम द्वारा अंचल पर केन्द्रित पुस्तक प्रदर्शनी और ‘चंबल में आके तो देखो’ विषय पर फोटो प्रदर्शनी लगाई जा रही है।
उक्त जानकारी शुक्रवार को पत्रकारों को देते हुये ज्यूरी चेयरमैन और निदेशक प्रो मोहनदास, पत्रकारिता के विभागाध्यक्ष प्रो एसएन महापात्रा ने बताया कि चंबल इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल के आठवें संस्करण का विधिवत उद्घाटन समारोह प्रातः 11 बजे दीप प्रज्वलन और सांस्कृतिक कार्यक्रम से शुरू होगा। उद्धाटन समारोह के अतिथि फिल्म निर्माता-निर्देशक अभिक भानु, एंकर और टेलीविजन सेलिब्रिटी डॉ. दीप्ति शर्मा, सामाजिक उद्यमी संजय कुमार, फिल्म अभिनेता आरिफ शहडोली, गीतकार सूर्य प्रताप राव रेपल्ली, ज्यूरी चेयरमैन और निदेशक प्रोफेसर मोहन दास होंगे। उद्धाटन समारोह की अध्यक्षता जीवाजी विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रोफेसर अविनाश तिवारी करेंगे। मंच संचालन की जिम्मेदारी पर्यावरणविद् दुर्गाशरण दुबे और श्रीमती प्रिंयका कुशवाह निभाएंगी।
उद्घाटन समारोह के बाद पहले दिन देश-विदेश के फिल्मकारों की विभिन्न श्रेणियों में नामित फिल्में प्रदर्शित की जाएंगी। जिसे इस वर्ष की ज्यूरी सदस्य ताइवान की चर्चित फिल्मकार शिह्युन वांग, चर्चित वैश्विक पुरस्कार विजेता लेखिका और निर्देशक अनुषा श्रीनिवासन अय्यर, एंकर और टेलीविजन सेलिब्रिटी डॉ. दीप्ति शर्मा, अंतरराष्ट्रीय सेलिब्रिटी डिजाइनर मुमताज खान, फिल्म फेस्टिवल के ज्यूरी चेयरमैन और निदेशक प्रोफेसर मोहन दास ने चयन किया है। उद्घाटन समारोह के बाद नाम में क्या रखा है, आईपीएसए, कथाकार, नवरस कथा कोलाज, कर्तव्य एक प्रेरणा, ल्यूबिमा, द स्केलपेल, रेड राइस, अनिताज डविथा, द स्टोन, बयाकेगालू बेरूरीडागा फिल्में प्रदर्शित की जाएंगी।
दूसरे दिन प्रातः 10 बजे से फिल्म मेकिंग वर्कशाप शुरू होगी। इसी दौरान देश-दुनियां में रिलीज अभिक भानु द्वारा निर्देशित हिन्दी फीचर फिल्म 1922 प्रतिकार चौरी चौरा प्रदर्शन के बाद अभिक भानु दर्शकों से संवाद करेंगे। स्टक फुटेज, द रेबिट हाउस, सु शब्द नू सरनमउ, रंग बदलती दुनियां फिल्में भी प्रदर्शित की जाएगी।
पत्रकारिता एवं जनसंचार अध्ययन केन्द्र के विभागाध्यक्ष प्रो. एस एन महापात्रा ने बताया की ‘चंबल के एतिहासिक धरोहर’ विषय पर फिल्ममेकिंग कंप्टीशन आयोजित किया गया था जिसमें मध्य प्रदेश, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के दर्जनों फिल्मकारों ने अपनी लघु फिल्में भेजी थीं। उनमें से फिल्म निर्माण प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल के सदस्य फिल्म अभिनेता अवधेश चौहान, वरिष्ठ छायाकार रवि उपाध्याय, लेखिका डॉ. नेहा नरुका, वरिष्ठ पत्रकार समीर गर्ग, फिल्म समीक्षक डॉ. जितेन्द्र विसारिया नें तीन फिल्मों का चयन किया है। जिसमें प्रथम स्थान सुरों का शहर ग्वालियर, द्वितीय स्थान चंबल धरोहर एक यात्रा और तृतीय स्थान ग्वालियरः अ सिनेमेटिक एक्सपीरिएंस रहा है। यह तीनों फिल्में भी प्रदर्शित की जाएंगी।
समापन समारोह एवं पुरस्कार वितरण समारोह अपराह्न 3.30 से शुरू होगा। समापन समारोह के अतिथि तीन बार गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड गायक डॉ. गजल श्रीनिवास, अंतरराष्ट्रीय सेलिब्रिटी डिजाइनर मुमताज खान, मॉडल और फिल्म अभिनेत्री प्रियंका बजाज सिबल, दस्तावेजी फिल्म निर्माता खालिद नाईक होंगे। समापन समारोह की अध्यक्षता ग्वालियर नगर निगम महापौर डॉ. शोभा सतीश सिकरवार करेंगी। चंबल इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल के आठवें संस्करण की ऐतिहासिक सफलता के लिए मध्य प्रदेश शासन के संस्कृति और पर्यटन मंत्री धर्मेन्द्र भाव सिंह लोधी, सामाजिक न्याय मंत्री नारायन सिंह कुशवाह, वन और पर्यावरण मंत्री रामनिवास रावत, ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर आदि ने अपना शुभकामना संदेश भेजा है। चंबल इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल के आठवें संस्करण पुस्तिका रिलीज के दौरान आयोजन समिति से जुड़े डॉ. भुवनेश सिंह तोमर, देवी सिंह राठौर, राघवेंद्र गोयल आदि ने तैयारियों को लेकर अपनी बात रखी।
पत्रकार वार्ता में प्रो भुवनेश सिंह तोमर, पचनद के महानिदेशक शाह आलम राणा आदि मौजूद थे।