बीएसएफ कॉलोनी में श्रीमद्भागवत कथा का तीसरा दिन
ग्वालियर। श्रीहरि विष्णु और महादेव शिव की उपासना को हम विभक्त नहीं कर सकते हैं। शिव की आराधना करने से ही भगवान नारायण की कृपा प्राप्त होती है। यह विचार पं संतोष कांकौरिया ने मंगलवार को बीएसएफ कॉलोनी में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के तीसरे दिन मंगलवार को व्यक्त किए।
पं कांकौरिया ने कहा कि भगवान नारायण से ही सृष्टि का सृजन हुआ है। यह संसार भी भगवान का ही विग्रह रूप है। उन्होंने बताया कि त्रिदेव ब्रह्मा, विष्णु, महेश ने देवी अनुसुइयां के यहां जन्म लिया। जब हमारी मन और बुद्धि अनुसुईइया हो जाती है तो हमें ब्रह्मा ,विष्णु, महेश तीनों देवताओं की कृपा प्राप्त हो जाती है।
उन्होंने कहा कि हमारा कितना ही प्रियजन क्यों न हो, पति की आज्ञा के विरुद्ध घर से कदम नहीं रखना चाहिए। बिना बुलाए और पति आज्ञा के बगैर तो हमें अपने मायके में भी नहीं जाना चाहिए। दक्ष प्रजापति ने भगववान शिव को अपने यज्ञ में नहीं बुलाया। देवी सती अपने पति के अपमान की परवाह किए बगैर अपने पिता के यज्ञ में शामिल होने चली गईं, जिससे क्रोधित होकर भगवान शिव ने दक्ष प्रजापति का सिर काट लिया। इससे हमें यह सीख लेना चाहिए कि पति की इच्छा के विरुद्ध कोई काम न करें।
सुरुचि और सुनीति का प्रसंग सुनाते हुए उन्होंने कहा कि अपनी रुचि के अनुसार काम न करके हमें वही काम करना चाहिए तो नीति के अनुसार हो,तभी हमें ध्रुव सुख की प्राप्ति हो सकती है। इस मौके पर कथा परीक्षत गुड्डीदेवी, पंडित रामकुमार करसोलिया महेश शर्मा राजकुमार त्रिपाठी विनोद मिश्रा ब्रजमोहन पचौरी आसाराम पचौरी आशीष पचौरी। मोनू पचौरी गिर्राज पचौरी। नीलेश पचौरी अजय शर्मा पंकज शर्मा केके शर्मा गिरजाशंकर पुरोहित रामकुमार कटारे मुकेश शर्मा रणवीर लोधी कुंज बिहारी शर्मा सहित सैकड़ों भक्त मौजूद रहे।