क्यूसीएफआई की अवधारणा से उद्योगों में दुघर्टना दर में 80 प्रतिशत कमी आईः मिश्रा

क्यूसीएफआई का 38 वां नेशनल कन्वेंशन 27 से

ग्वालियर। क्वालिटी सर्किल फोरम आफ इंडिया (क्यूसीएफआई) की अवधारणा अपनाने से देशभर में उद्योगों एवं विभिन्न संस्थानों ने जहां अपनी कार्यक्षमता , उत्पादकता, दक्षता में वृद्धि की है, वहीं इससे लगभग 60 से 80 प्रतिशत तक मशीनी उपकरणों कार्य के दौरान होने वाली दुर्घटनाओं में कमी आई है। क्यूयीएफआई की 5 एस की अवधारणा ने गुणवत्ता आधारित विचार में उल्लेखनीय क्रांति ला दी है। इसे अपनाने से स्वच्छता के क्षेत्र में भी अग्रणी भूमिका निभाई जा सकती है।

उक्त जानकारी आज क्यूसीएफआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष अविनाश मिश्रा कार्यवाहक निदेशक डीके श्रीवास्तव ने संयुक्त रूप से पत्रकारों से चर्चा के दौरान दी। उन्होंने बताया कि क्वालिटी सर्किल फोरम आफ इंडिया (क्यूसीएफआई )द्वारा एबीवी आईआईआईटीएम ग्वालियर और क्यूसीएफआई ग्वालियर चैप्टर के सहयोग से 27 से 30 दिसंबर 2024 के अध्यक्ष एबीवी ट्रिपल आईटीएम ग्वालियर में 38 वां नेशनल कन्वेशन आन क्वालिटी कान्सेप्ट (एनसीक्यूसी) 2024 का आयोजन किया जा रहा है। इस मेगा आयोजन में देशभर के लगभग 600 प्रतिष्ठित संस्थानों के 2200 से अधिक टीमें 70 समानांतर हाल में अपने इन्नोवेटिव कार्यो की केस स्टडीज प्रस्तुत करेंगी। इन केस स्टडीज का मूल्यांकन क्यूसीएफआई के प्रशिक्षित निर्णायकों द्वारा किया जाएगा। और टीम को उनके योग्यता के आधार पर पार एक्सीलेंस, एक्सीलेंस डिस्टंग्विश तथा मेरीटोरियस अवार्ड से सम्मानित किया जाएगा। इसमें शीर्ष सम्मान प्राप्त करने वाली टीमों को अंतर्राष्ट्रीय क्वालिटी कन्वेंशन में भाग लेने हेतु अनुशंसित किया जाएगा।  मिश्रा श्रीवास्तव ने बताया कि कन्वेषन में 12 हजार से अधिक प्रतिभागी शिरकत  करेंगे।  

होम 5 एस हेतु सकारात्मक पहल: क्यूसीएफआई का मानना है कि गुणवत्ता की शुरूआत घर से होनी चाहिये। इसी पहल के तहत क्यूसीएफआई ने 20000 से अधिक घरों को 5 एस प्रमाणपत्र से प्रमाणित किया है। जिसमें तमिलनाडू के कृष्णागिरी में ओला इलेक्ट्रिक की महिला कर्मचारियों के 3001 घरों द्वारा प्राप्त 5 एस प्रमाणन का विश्व रिकार्ड भी शामिल है।

चैप्टर अध्यक्ष अविनाश मिश्रा कार्यपालिक निदेशक डीके श्रीवास्तव ने बताया कि इंटरनेशनल कमेटी फार क्वालिटी कंट्रोल सर्किल (आईसीक्यूसीसी )के सक्रिय सदस्य के रूप् में क्यूसीएफआई ने भारत के प्रतिनिधि के रूप में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इन अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलनों में प्रस्तुत किये गये केस स्टडी में से 35-40 प्रतिशत भारत से होते है।

उन्होंने बताया कि एनआईएमएसएमई  के सहयोग से क्यूसीएफआई ने 100000सूक्ष्म लघु और मध्यम उद्यमों (एमएसएमई )को गुणवत्ता अवधारणाओं में शामिल करने की पहल की है जो भारतीय अर्थव्यवस्था में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को मान्यता प्रदान करता है। उन्होंने बताया कि नेशनल कन्वेंशन में उत्कृष्ट संगठन और नेतृत्वकर्ताओं को सम्मानित किया जाएगा। और सभी भाग लेने वाली टीमों को गुणवत्ता सुधार में उनके योगदान को मान्यता देने हेतु पुरस्कार प्रदान किये जाऐंगे।

मिश्रा ने बताया कि क्यूसीएफआई ने अपने समग्र प्रयासों से दो व्लर्ड रिकार्ड बनाने में कामयाबी हासिल की है। हमारे इन दोनों रिकार्डस को वल्र्ड रिकार्डस यूनियन द्वारा मान्यता दी जा रहीहै। यह रिकार्डस हैं एक छत के नीचे गुणवत्ता अवधारणाओं के सम्मेलन में अधिकतम प्रतिनिधियों की भागीदारी, एक वर्ष में गुणवत्ता अवधारणाओं पर आयोजित कार्यक्रम में संकाय दिवसों की अधिकतम संख्या।

कार्यक्रम इस प्रकार रहेंगे

उदघाटन समारोह 27 दिसंबर को दोपहर 02:30 से 05:30 बजे तक मुख्य अतिथि स्टील अथोरिटी आफ इंडिया सेल के निदेशक कार्मिक केके सिंह होंगे। केस स्टडी प्रस्तुतिकरण 28 दिसंबर को सुबह 08:30 बजे से शाम 6 बजे तक 29 दिसंबर को सुबह 08:30 बजे से दोपहर एक बजे तक

समापन सत्र एवं पुरस्कार वितरण 29 दिसंबर को दोपहर दो बजे से 5 बजे तक इसमें मुख्य अतिथि वल्र्ड रिकार्डस यूनियन यूएसए के अधिकारिक रिकार्ड प्रबंधक क्रिस्टोफर टेलर क्राफ्ट होंगे। उन्होंने बताया कि प्रतिभागियों को गुणवत्ता अवधारणाओं के कार्यान्वयन को प्रत्यक्ष रूप से देखने के लिए ग्वालियर में औद्योगिक इकाईयों का दौरा भी कराया जाएगा।

इस अवसर पर ग्वालियर चेप्टर अध्यक्ष संजय बिंदल, एबीवी ट्रिपल आईटीएम के निदेशक प्रो एसएन सिंह , एके मित्तल, डा एनके शर्मा आदि भी उपस्थित थे। 

 

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