जेयू: युवा उत्सव के दूसरे दिन हुईं 12 स्पर्धाएं, देशभक्ति गीतों से सबका मन मोहा
ग्वालियर। जीवाजी विश्वविद्यालय में तीन दिवसीय अंतर विवि राज्य स्तरीय युवा उत्सव के दूसरे दिन 12 प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया।इसमें शास्त्रीय एकल नृत्य, शास्त्रीय एकल गायन,मिमिक्री,समूह नृत्य फोक,ऑन द स्पॉट पेंटिंग, रंगोली, क्ले मॉडलिंग, कॉलाज, भारतीय समूह गायन,लाइट वोकल सोलो,भाषण, डिबेट प्रतियोगिताएं शामिल रही।कार्यक्रम में 12 विवि की टीमों ने भाग लिया। इसमें शामिल टीमों ने एकांकी में समाज में पुरानी परंपराओं व शिक्षा के महत्व पर प्रस्तुति दी।दल क्रमांक पांच ने एकांकी शुद्धि के माध्यम से पीरियड्स में महिलाओं के मंदिरों में प्रवेश पर प्रतिबंध व रसोई में खाना बनाने पर प्रतिबंध दिखाया। वहीं दल क्रमांक आठ बरकतउल्ला विवि के छात्रों ने एकांकी के माध्यम से समाज में नई परंपराओं को अपनाने में आने वाली समस्या को दिखाया।
दल क्रमांक सात ने बेटियों पर होने वाले एसिड अटैक के बारे में दिखाया कि किस प्रकार यह समाज की सबसे बड़ी बुराई है।एकांकी महावीरचरितम के माध्यम से रामायण के प्रसंगो को दिखाया गया कि राम का वनवास हो जाता है और सीता के हरण के पश्चात किस प्रकार राम रावण का वध करते हैं। वहीं रंगोली में महाराजा छत्रसाल बुंदेलखंड विश्वविद्यालय की छात्रा शालिनी सेन ने राममंदिर निर्माण पर रंगोली बनाई। डीएव्ही विवि की छात्रा पल्लवी शर्मा ने शिव पार्वती विवाह पर रंगोली बनाई। विक्रम विवि की छात्रा अंकिता मालवीय ने शिव के विभिन्न रूप दिखाए। क्ले मॉडलिंग में सभी विवि के छात्रों ने भारतीय त्यौहारों पर मूर्तियां बनाईं। कॉलाज में पर्यावरण को दिखाया कि अगर पर्यावरण सुरक्षित रहेगा तो हम सुरक्षित रहेंगे। समूह गान में दल क्रमांक पांच ने परदेशी से बात ना पूछो हम कैसे आजाद हुए। वहीं दल क्रमांक दस ने हर देश भक्त को अभिमान होना चाहिए वंदे मातरम,वंदे मातरम। इस अवसर पर अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो.जेएन गौतम,प्रो.आईके पात्रो, प्रो.एसके सिंह,प्रो.मुकुल तेलंग,प्रो.चंद्रप्रताप सिंह सिकरवार सहित विभिन्न विश्वविद्यालयों के छात्र एवं छात्राएं उपस्थित रहे।