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Sandhyadesh

ताका-झांकी

जेपी हॉस्पीटल नोएडा ने एप्पल हॉस्पीटल ग्वालियर के साथ शुरू की किडनी, लीवर ओपीडी

18-Sep-21 255
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ग्वालियर। जेपी हॉस्पीटल मल्टी सुपर स्पेशियलिटी चिकित्सा संस्थान नोएडा सेक्टर १२८ में स्थित ने ग्वालियर के एप्पल हॉस्पीटल के साथ अब किडनी और लीवर ओपीडी सेवाओं की शुरूआत की है। इस मौके पर जेपी हॉस्पीटल के डायरेक्टर एवं कोर्डिनेटर किडनी ट्रांसप्लांट प्रोग्राम डिपार्टमेंट ऑफ यूरोलोजी एंड किडनी ट्रांसप्लाट डॉ. अमित के देवडा और एसोसियेट डायरेक्टर डिपार्टमेंट ऑफ लीवर ट्रांसप्लांट एवं सर्जिकल ग्रेस्ट्रोएटरलोजी डॉ. पुनीत सिंगला ने लोगों को क्रोनिक किडनी एवं लीवर रोग का इलाज कराने संबंधी जानकारी और बीमारी से बचने के उपायों से अवगत कराया।
जेपी हॉस्पीटल के डायरेक्टर डॉ. अमित देवडा और डॉ. पुनीत सिंगला , एप्पल हॉस्पीटल के डॉ. संतोष सिंघल ने पत्रकारों को बताया कि इन दिनों गुर्दा और लीवर की बीमारी तेजी से बढ रही है। ऐसे में जेपी अस्पताल ने ग्वालियर के एप्पल अस्पताल से टाईअप किया है। इसके तहत वह माह के तीसरे शनिवार को ग्वालियर आकर अपनी सेवायें देंगे। इससे ग्वालियर सहित आसपास के जिलों  सहित राजस्थान और उत्तर प्रदेश के लगे जिलों के मरीजों को फायदा मिलेगा। वहीं ट्रांसप्लांट नोएडा में ही होगा। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार गुर्दे और लीवर रोग तेजी से लोगों में फैल रहे हैं। भारत में भी लगभग १० लाख लोग लीवर रोग के शिकार हो रहे हैं। डब्ल्यूएचओ के अनुसार भारत में मौत के दस कारणों में यह लीवर और गुर्दा रोग के मरीज भी शामिल हैं। उन्होंने बताया कि यदि समय रहते लीवर और गुर्दा रोग को रोका नहीं गया तो कुछ सालों में रोगियों की संख्या बढ सकती है। ऐसे में लीवर रोग की संपूर्ण जानकारी प्राप्त करना ही समझदारी का कार्य है। क्योंकि यदि समय रहते लीवर रोग का इलाज न किया जाये तो उस स्थिति में लीवर ट्रांसप्लांट कराने की आवश्यकता पडती है। इसके अलावा लीवर की बीमारी से तात्पर्य ऐसी बीमारी से है जो लीवर की कार्य क्षमता को प्रभावित करती है। लीवर रोग मुख्य रूप से कई प्रकार जैसे हेपिटाइटिस , लीवर का खराब होना, लीवर में सूजन होना आदि होते हैं।
ज्ञातव्य है कि जेपी अस्पताल नोएडा में स्थित जेपी ग्रुप का एक फ्लैगशिप अस्पताल है। हॉस्पीटल की योजना और डिजायन १२०० बेडस से युक्त टर्शरी केयर स्पेशिलिटी सुविधा के रूप में तैयार की गई है। प्रथम चरण में ५२५ बेडस के साथ इसका सफल संचालन किया जा रहा है। जेपी अस्पताल का निर्माण नोएडा के सेक्टर १२८ में ७२००० वर्गमीटर क्षेत्र में किया गया है, जिसकी दिल्ली नोएडा और उत्तर प्रदेश के करीबी जिलों तक आसान पहुंच है।  

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