सामाजिक न्याय, सद्भाव और समरूपता के अग्रदूत और भारतीय संविधान के रचयिता भारत रत्न बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर की 135वीं जयंती के अवसर पर शासकीय महा. लक्ष्मी बाई कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय में एक जयंती समारोह का आयोजन किया गया । इस कार्यक्रम के अध्यक्ष महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. हरीश अग्रवाल, मुख्य अतिथि अर्थशास्त्र की विभागाध्यक्ष प्रो. डॉ. संध्या बोहरे और मुख्य वक्ता अंतर्राष्ट्रीय संबंध विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. डॉ. संजय कुमार सिंह थे । प्राचार्य डॉ हरीश अग्रवाल ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में बताया कि बाबा साहब का जीवन हमें शिक्षित बनने, संघर्ष करने और संगठित रहने की प्रेरणा देता है । मुख्य वक्ता डॉ. संजय सिंह ने अपने उद्बोधन में बताया कि हम बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर जी को विश्व की प्रतिकूल विचाराधाराओं को समावेशित करने के अध्याय रूप में देखते हैं। जिन्होंने विपरीत परिस्थितियों को बदलने के लिए ज्ञानमार्ग को हथियार के रूप में अपनाया और अपने लिए अनुकूल परिस्थितियां उत्पन की । कार्यक्रम का सफल संचालन राजनीति विज्ञान के प्रो. दीपक शर्मा ने किया । इस कार्यक्रम में विधि महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ सुरेश सचदेवा, डॉ. संजय गुप्ता, डॉ डॉ. एस. के. यादव, डॉ.आर. के. सिंह, डॉ. नीलम गुप्ता, डॉ सुशील कुमार, डॉ. सुनील सक्सेना,डॉ. सुधीर शर्मा, डॉ. कुसुम भदौरिया, डॉ अर्चना अग्रवाल, डॉ. विजय लक्ष्मी गुप्ता, डॉ. एम. पी. सिंह. डॉ. सरिता वर्मा डॉ. रविरंजन, डॉ. अनीता मेवाफरोश, डॉ. ज्योत्सना राजपूत, डॉ. कुसुम चौधरी और महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापक और अन्य स्टाफ उपस्थित रहें ।