पहली बार पर्यटन सखियों की हेरिटेज वॉक आयोजित
ग्वालियर । भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय के द्वारा आयोजित मध्य प्रदेश पर्यटन बोर्ड, रागिनी फाउंडेशन के सहयोग से आयोजित इस हेरिटेज वॉक ने प्रतिभागियों को शहर के गौरवशाली अतीत से रूबरू कराया। शुक्रवार को सुबह 7:30 बजे जेसी मिल्स कॉलेज की छात्राओं जिन्होंने परियोजना के माध्यम से आत्म रक्षा और कौशल प्रशिक्षण प्राप्त पर्यटन सखियों के साथ मिलकर हेरिटेज का भ्रमण किया गया।
ग्वालियर- चंबल पर्यटन क्षेत्र में महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए विभिन्न प्रकार के कौशल विकास प्रशिक्षण दिए जा रहे है। जो महिलाओं की सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस कार्यक्रम के माध्यम से न केवल ग्वालियर फोर्ट, मानसिंह महल, सास बहू का मंदिर, तेली का मंदिर जैसे ऐतिहासिक स्थलों की महत्ता को रेखांकित किया गया, बल्कि प्रशिक्षण प्राप्त टूर गाइड्स और पर्यटन सखियों को आत्मरक्षा और कौशल विकास का अवसर भी प्रदान किया गया। इस तरह की पहलें न केवल स्थानीय पर्यटन को बढ़ावा देती हैं, बल्कि महिलाओं को आत्मनिर्भर और आत्मविश्वासी बनने में भी मदद करती हैं।
नैंसी प्रजापति और रुचि कुशवाहा द्वारा ग्वालियर फोर्ट, सास बहू का मंदिर, और तेली के मंदिर की ऐतिहासिक जानकारी देते हुए हेरिटेज वॉक का संचालन करना एक सराहनीय प्रयास है। इन पर्यटन सखियों ने न केवल प्रतिभागियों को इन महत्वपूर्ण स्थलों की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर से परिचित कराया, बल्कि अपनी मार्गदर्शन क्षमता को भी साबित किया। इस प्रकार की गतिविधियाँ न केवल स्थानीय इतिहास और संस्कृति को सहेजने में मदद करती हैं, बल्कि लोगों में अपनी धरोहर के प्रति गर्व और जागरूकता भी बढ़ाती हैं। नैंसी और रुचि की इस पहल से अन्य महिलाओं को भी प्रेरणा मिलेगी और वे भी पर्यटन के क्षेत्र में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए प्रोत्साहित होंगी।
महिलाओं हेतु सुरक्षित पर्यटन स्थल परियोजना का उद्देश्य पर्यटन स्थलों पर महिला पर्यटकों के लिए एक सुरक्षित और सुविधाजनक वातावरण का निर्माण करना है। इसे सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न सुरक्षा उपाय, महिला गाइड्स की नियुक्ति, और आपातकालीन सहायता सेवाओं की व्यवस्था की गई है। यह परियोजना न केवल महिला पर्यटकों के अनुभव को सुखद और सुरक्षित बनाती है, बल्कि उन्हें यात्रा के दौरान आत्मविश्वास और स्वतंत्रता का अहसास भी कराती है। इसके अलावा, इस प्रकार की परियोजनाएं पर्यटन स्थल के समग्र विकास में भी योगदान देती हैं, क्योंकि सुरक्षा और सुविधा को प्राथमिकता देने से अधिक पर्यटक आकर्षित होते हैं।