ग्वालियर। भाजपा सरकार में अमान्य वोट को मान्य कराना ही सबसे बड़ी चुनौती है। यह एसआईआर ही आपके नेता को सर और फिर सरकार बना सकती है। अभी हम 40-40 प्रतिशत पर हैं, अब केवल 20 प्रतिशत वोट चोरी रोकना है। इसके लिए बीएलओ के साथ बीएलए भी घर-घर जाएं, उनसे पूछकर सही-सही जानकारी भरें। साथ ही सभी वार्डों में प्रभारी नियुक्त करें, जो बीएलए के साथ समन्वय स्थापित करें। यह बात पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने कही। वह बुधवार को लक्ष्मीगंज स्थित आराधना गार्डन में एसआईआर प्रक्रिया को लेकर दक्षिण विधानसभा के बीएलए एवं संगठन पदाधिकारियों की बैठक को संबोधित कर रहे थे। अध्यक्षता कांग्रेस जिलाध्यक्ष सुरेन्द्र यादव ने की।
इस मौके पर प्रदेश कांग्रेस महासचिव एवं पूर्व विधायक प्रवीण पाठक, जिला एसआईआर प्रशिक्षण प्रभारी डॉ. रणवीर सिंह यादव, विधानसभा प्रभारी सुरेश झा, जिला निर्वाचन कार्यालय प्रभारी एड. देशराज भार्गव एवं इब्राहिम खां पठान मंचासीन रहे। बैठक की शुरुआत महात्मा गांधी एवं डॉ. भीमराव अम्बेडकर के चित्र पर माल्यार्पण कर हुई। अतिथियों का स्वागत पार्षद धर्मेन्द्र जैन, मुकेश धाकड़, मंगल यादव, चांदनी जंगबहादुर सिंह चौहान, कपिल शर्मा, भैयालाल भटनागर व शिखा शर्मा ने किया। पूर्व विधायक प्रवीण पाठक ने कहा कि कांग्रेस पार्टी दल नहीं परिवार है और आपकी पहचान भी कांग्रेस परिवार है। जैसे हम लोग अपने परिवार की चिंता करते हैं, उसी तरह कांग्रेस का ख्याल रखना है। एसआईआर के लिए दक्षिण विधानसभा में अलग से वॉर रूम बनाया जाएगा, जहां से पूरी विधानसभा के कार्यों की मॉनिटरिंग की जाएगी। उन्होंने चेतावनी दी कि एसआईआर के काम में अनदेखी करने वाले को डीसीसी और पीसीसी में कोई जगह नहीं दी जाएगी। हमको संख्यात्मक नहीं गुणात्मक लोग चाहिए। जिलाध्यक्ष सुरेन्द्र यादव ने कहा कि कांग्रेस का विश्वासपात्र कार्यकर्ता बीएलए है। हम दक्षिण विधानसभा का चुनाव भी वोट चोरी से हारे हैं। उन्होंने विश्वास दिलाया कि एसआईआर में सहयोग नहीं करने वाले को संगठन में कोई स्थान नहीं मिलेगा। एसआईआर प्रशिक्षण प्रभारी डॉ. रणवीर सिंह यादव ने कहा कि बीएलए हमारी पार्टी की रीढ़ हैं। वह सभी लोग घर-घर जाकर एसआईआर का कार्य करें। विधानसभा प्रभारी सुरेश झा ने कहा कि इस कार्य के लिए सेवादल को कंट्रोल रूम की जिम्मेदारी दी जाए। साथ ही प्रत्येक बूथ पर बीएलए के साथ पांच सहयोगी काम करें। बैठक का संचालन राजेश बाबू एवं आभार मेहबूब खां चैनवाले ने व्यक्त किया।