खजुराहो बचाओ अभियान को दद्दा जी के प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव में मिला पूर्ण समर्थन: डॉ. शास्त्री
खजुराहो। दद्दा जी के पावन सान्निध्य में आयोजित भव्य प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के दौरान “खजुराहो बचाओ अभियान” को देशभर से आए श्रद्धालुओं और शिष्यों का पूर्ण समर्थन प्राप्त हुआ। इस अवसर पर मतँगेश्वर सेवा समिति, दद्दा जी इंटरनेशनल कल्चर सेंटर एवं खजुराहो डेवेलपमेंट एसोसिएशन के पंडित सुधीर शर्मा समिति के सदस्यों के साथ दद्दा धाम पहुँचे। वहाँ उन्होंने दद्दा जी क़े उत्तराधिकारी बड़े भाई डॉ. अनिल त्रिपाठी ( शास्त्री जी) से भेंट कर दद्दा जी का आशीर्वाद लिया और खजुराहो में प्रस्तावित सैनिक एयर बेस को लेकर विस्तृत चर्चा की।
पंडित शर्मा ने डॉ. अनिल त्रिपाठी एवं उपस्थित श्रद्धालुओं को बताया कि खजुराहो जैसे प्राचीन और पवित्र धार्मिक स्थल के समीप यदि सैन्य गतिविधियाँ प्रारंभ होती हैं, तो इससे न केवल क्षेत्र की प्राकृतिक सुंदरता और वन्यजीव प्रभावित होंगे, बल्कि ध्वनि प्रदूषण और कंपन से यहाँ की ऐतिहासिक धरोहरों पर भी विपरीत प्रभाव पड़ेगा। उन्होंने कहा कि खजुराहो हमारी सांस्कृतिक पहचान का प्रतीक है और इसे किसी भी प्रकार की आधुनिक गतिविधि से नुकसान नहीं पहुँचने देना चाहिए। इस विषय पर प्रतिक्रिया देते हुए डॉ. पंडित अनिल शास्त्री ने स्पष्ट कहा कि वे शर्मा की बात से पूर्णतः सहमत हैं। उन्होंने कहा कि न केवल खजुराहो, बल्कि पूरे देश में जहाँ भी धार्मिक और आध्यात्मिक स्थल हैं, वहाँ इस प्रकार की कोई भी सैनिक या औद्योगिक गतिविधि नहीं होनी चाहिए जिससे वहाँ की संस्कृति, प्रकृति और धरोहरों को हानि पहुँचे। डॉ. शास्त्री के इस वक्तव्य का देशभर से आए दद्दा जी के शिष्य मंडल ने एकस्वर में समर्थन किया, जिससे “खजुराहो बचाओ अभियान” को नई ऊर्जा और जनसमर्थन प्राप्त हुआ।
प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के अवसर पर श्रद्धालुओं ने अध्यात्म, भक्ति और आनंद के वातावरण में कथा का श्रवण किया। इसी दौरान कथा के व्यवस्थापक और प्रसिद्ध अभिनेता आशुतोष राणा का जन्मदिन श्रद्धा एवं उल्लास के साथ मनाया गया। कथा वाचक अनिरुद्धाचार्य जी महाराज के सान्निध्य में संपन्न इस आयोजन में पूर्व पर्यटन विकास निगम अध्यक्ष विनोद गोटिया, पूर्व गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा, खजुराहो सांसद वी.डी. शर्मा, अभिनेता राजपाल यादव, वरिष्ठ पत्रकार ललित महेश्वरी,चार्ली राजा, महेंद्र कुशावहा (झाँसी), राजेंद्र सिंह (रनगुवां), परिवर्तन एनजीओ, बुंदेलखंड विकास निधि बैंक क़े सदस्यों सहित अनेक गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे। इस भव्य कथा आयोजन का संयोजन संजय सत्येंद्र पाठक द्वारा किया गया, जिन्होंने अपने उत्कृष्ट प्रबंधन और श्रद्धापूर्ण समर्पण से कार्यक्रम को अविस्मरणीय बना दिया। इस प्रकार दद्दा धाम से उठी यह आवाज न केवल खजुराहो बल्कि सम्पूर्ण भारत की आध्यात्मिक धरोहरों की रक्षा की दिशा में एक सशक्त संदेश बनकर गूँज उठी।