विद्यालयों में खेल गतिविधियाँ बच्चों के सर्वांगीण विकास की कुंजी: आशीष उषा अग्रवाल
ग्वालियर में द्वितीय सम्राट तानसेन ओपन रैपिड चेस टूर्नामेंट का आयोजन ,शतरंज जैसे खेल जीवन में संतुलित सोच और एकाग्रता का निर्माण करते हैं
ग्वालियर। ऑल ग्वालियर चेस एसोसिएशन (AGCA) के तत्वावधान श्री चैतन्य टेक्नो स्कूल, आनंद नगर ग्वालियर में द्वितीय सम्राट तानसेन ओपन रैपिड चेस टूर्नामेंट 2025 का आयोजन किया गया। दो दिवसीय इस प्रतियोगिता में विभिन्न आयु वर्गों एवं श्रेणियों के खिलाड़ियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। पूरे आयोजन के दौरान रोमांचक और प्रतिस्पर्धात्मक मुकाबले देखने को मिले, जिनमें नवोदित खिलाड़ियों से लेकर अनुभवी प्रतिभागियों तक ने अपनी उत्कृष्ट प्रतिभा, एकाग्रता और रणनीतिक कौशल का शानदार प्रदर्शन किया। समापन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष उषा अग्रवाल उपस्थित रहे। उन्होंने विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कृत कर सम्मानित किया तथा सभी खिलाड़ियों को उनके उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएँ दीं। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में स्कूल की प्राचार्य श्रीमती सिय्याद्रि निशा उपस्थित रहीं।
भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष उषा अग्रवाल ने अपने संबोधन में कहा कि बौद्धिक खेल जैसे शतरंज न केवल बच्चों में एकाग्रता, अनुशासन और तर्कशक्ति का विकास करते हैं, बल्कि यह उन्हें जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में संतुलित निर्णय लेने की क्षमता भी प्रदान करते हैं। इस खेल की सबसे बड़ी खूबसूरती यह है कि इसमें कम उम्र के खिलाड़ी भी अनुभवी खिलाड़ियों के साथ एक ही मंच पर बैठकर मुकाबला कर सकते हैं, और अपनी प्रतिभा, एकाग्रता तथा रणनीतिक सोच से सबको प्रभावित कर सकते हैं। यही शतरंज की वास्तविक शक्ति और सुंदरता है। उन्होंने कहा कि “खेल जीवन का अभिन्न अंग हैं। यह केवल प्रतियोगिता नहीं, बल्कि आत्मविश्वास, अनुशासन और टीम भावना का पाठ पढ़ाते हैं। शतरंज जैसे बौद्धिक खेल बच्चों में तर्कशक्ति, निर्णय क्षमता और मानसिक संतुलन का विकास करते हैं, जबकि शारीरिक खेल उन्हें स्फूर्ति, ऊर्जा और स्वस्थ प्रतिस्पर्धा की भावना प्रदान करते हैं। आज के युग में जब बच्चे मोबाइल और स्क्रीन की दुनिया में सिमटते जा रहे हैं, ऐसे आयोजनों से उनमें एकाग्रता, आत्मनियंत्रण और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। विद्यालयों में खेल गतिविधियों को बढ़ावा देना विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए आवश्यक है, क्योंकि स्वस्थ शरीर और स्वस्थ मन ही राष्ट्र के उज्ज्वल भविष्य की नींव रख सकते हैं। प्रदेश मीडिया प्रभारी श्री अग्रवाल ने आयोजन समिति, विद्यालय प्रबंधन, कोचेज़, स्वयंसेवक एवं सभी सहयोगियों को इस उत्कृष्ट आयोजन के लिए हृदय से साधुवाद दिया और कहा कि ऐसे प्रयास खेल संस्कृति को मजबूती प्रदान करते हैं तथा आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणास्रोत बनते हैं।
इस अवसर पर आयोजन समिति की डॉ. गरिमा गर्ग, इं. रूचि मित्तल, हिमांशु वासुदेव, अनिल गर्ग, गौरांग गोयल, गब्बर सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे। विजेता प्रतिभागियों को 50,000 के कुल नकद पुरस्कार दिए गए।
*अंडर-12 वर्ग में आर्या अग्रवाल एवं ओपन कैटेगरी में गिर्राज पाठक प्रथम स्थान पर*
इस प्रतियोगिता के मुख्य निर्णायक हरी हर जी रहे, जिन्होंने अपने अनुभव और विशेषज्ञता से प्रतियोगिता का संचालन अत्यंत निष्पक्षता और कुशलता से किया। कार्यक्रम के दौरान प्रतियोगिता में भाग लेने वाले प्रतिभागियों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। विशेष रूप से आर्या अग्रवाल ने ओपन कैटेगरी में खेलते हुए अंडर-12 गर्ल्स वर्ग में प्रथम स्थान प्राप्त किया और विद्यालय सहित ग्वालियर का गौरव बढ़ाया। वहीं ओपन कैटेगरी में प्रथम – गिर्राज पाठक, द्वितीय रूपेश कांत, तृतीय अयुष झा, चतुर्थ भव्य गर्ग, पंचम पियूष रंजन दुबे रहे। सर्वश्रेष्ठ महिला खिलाड़ी: आयुषी मिश्रा, शारीरिक रूप से विशेष खिलाड़ी धनंजय द्विवेदी, अंडर-16 बॉयज़ में एकाक्ष भारद्वाज, हार्दिक कुकरेजा, लव गोयल, कुशाग्र चौधरी, अकरशित शर्मा, अंडर-16 गर्ल्स में लावण्या शर्मा, विनिका मुदगल, अंडर-12 बॉयज़ में दिव्यांश गुप्ता, देवांश गुप्ता, अंश अग्रवाल, ऋषव गुप्ता, अनंत भारद्वाज, अंडर-12 गर्ल्स में आर्या अग्रवाल, अनन्या राठौर, नूर अमरीन रहमान, शुभी शर्मा, गौरी पोरवाल, अंडर-09 बॉयज़ में आरव अग्रवाल, आद्विक मित्तल, आर्यांश तिवारी, उद्दभ साहू, अमय खंडेलवाल, अंडर-09 गर्ल्स में श्रेया सेन, वार्तिका गुप्ता, आरना बंसल, द्रिति अरोड़ा, अंडर-07 बॉयज़ में यश केशरी, प्रज्ञान मिश्रा, दर्शिक मित्तल, गर्विक गुप्ता, श्रिजय गुप्ता, अंडर-07 गर्ल्स में अंशिका जैन, कव्या द्विवेदी, यंगेस्ट बॉय सिद्धम खैरा रहे।