अब तत्काल टिकट बुकिंग की प्रक्रिया में सख्ती, आधार जरूरी, दलालों पर लगेगा अंकुश
ग्वालियर। ट्रेन यात्रियों के लिए भारतीय रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन (आईआरसीटीसी) ने एक बड़ा बदलाव किया है। फर्जी टिकट बुकिंग और दलालों की गतिविधियों पर रोक लगाने के लिए अब तत्काल टिकट बुकिंग की प्रक्रिया में सख्ती बढ़ा दी गई है। नई व्यवस्था के तहत अब सुबह 8 से 10 बजे के बीच केवल आधार प्रमाणित यूजर ही ऑनलाइन तत्काल टिकट बुक कर सकेंगे। यह नियम तुरंत प्रभाव से लागू किया गया है।
आईआरसीटीसी ने यह कदम इसलिए उठाया है क्योंकि पिछले कुछ महीनों में एजेंटों और फर्जी यूजर आईडी के जरिए टिकट बुकिंग के कई मामले सामने आए हैं। जांच में पता चला कि कई दलाल एक साथ सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करके टिकट बुक कर लेते थे, जिससे आम यात्रियों को तत्काल टिकट नहीं मिल पाता था। अब इस नई व्यवस्था से ऐसी गतिविधियों पर अंकुश लगेगा, क्योंकि आधार प्रमाणीकरण से हर यूजर की पहचान सुनिश्चित होगी।
सुबह 8 से 10 बजे तक केवल आधार प्रमाणित यूजर
नई व्यवस्था के अनुसार तत्काल टिकट बुकिंग का सबसे व्यस्त समय सुबह 8 से 10 बजे तक अब केवल उन यात्रियों के लिए रहेगा जिनका आईआरसीटीसी अकाउंट आधार नंबर से लिंक और वेरीफाई होगा। इस दौरान बिना आधार सत्यापन वाले यूजर लॉगिन तो कर सकेंगे, लेकिन तत्काल टिकट बुक नहीं कर पाएंगे। उन्हें साधारण या अन्य श्रेणी की टिकटें बुक करने की अनुमति होगी।
यूजर को करना होगा आधार वेरीफिकेशन
जो यूजर अब तक आधार प्रमाणित नहीं हैं। उन्हें अपने आईआरसीटीसी अकाउंट में जाकर आधार नंबर लिंक करना होगा। इसके लिए आईआरसीटीसी पोर्टल पर विकल्प दिया गया है। वहां जाकर यूजर को आधार नंबर और ओटीपी के माध्यम से प्रमाणीकरण पूरा करना होगा। एक बार आधार सत्यापन हो जाने के बाद, यूजर को हर बार दोबारा प्रक्रिया नहीं करनी पड़ेगी।
आम यात्रियों को मिलेगा फायदा
आईआरसीटीसी के अधिकारियों ने बताया कि यह कदम आम यात्रियों के हित में उठाया गया है। तत्काल टिकट का उद्देश्य आपात यात्रा करने वाले यात्रियों की मदद करना है, लेकिन अब तक दलाल इसे एक बिजनेस बना चुके थे। आधार प्रमाणीकरण से पारदर्शिता बढ़ेगी और वास्तविक यात्री को टिकट मिलने की संभावना अधिक होगी।
वेबसाइट को किया अपडेट
आईआरसीटीसी ने अपनी वेबसाइट और ऐप की सुरक्षा प्रणाली को भी अपडेट किया है। अब बुकिंग के दौरान कैप्चा, ओटीपी वेरिफिकेशन और एआई-आधारित ट्रैकिंग सिस्टम लगाया गया है जो किसी भी संदिग्ध गतिविधि या एक साथ कई बुकिंग प्रयासों की तुरंत पहचान कर सकेगा। रेलवे ने यात्रियों से कहा है कि वे टिकट बुकिंग के लिए केवल आईआरसीटीसी की आधिकारिक वेबसाइट या मोबाइल ऐप का ही इस्तेमाल करें। किसी थर्ड पार्टी या एजेंट के माध्यम से टिकट बुक कराने से बचें, क्योंकि इस पर रेलवे ने सख्त निगरानी शुरू कर दी है।