वेनिस (इटली)| भारतीय संस्कृति और अध्यात्म का अद्भुत संगम इटली की धरती पर उस समय देखने को मिला, जब वेनिस में तीन दिवसीय गणेश चतुर्थी महोत्सव का आयोजन धूमधाम से सम्पन्न हुआ दद्दा जी इंटरनेशनल कल्चर सेंटर एवं मतँगेश्वर सेवा समिति खजुराहो के तत्वावधान में पंडित सुधीर शर्मा के नेतृत्व में आयोजित इस महोत्सव का समापन माँ लक्ष्मी पूजन और पोर्तो सांता मगारिता समुद्र तट पर गणपति विसर्जन के साथ हुआ|
महोत्सव का प्रारंभ माँ लक्ष्मी और माँ सरस्वती की आराधना से हुआ। इस अवसर परम पूज्य पंडित देव प्रभाकर शास्त्री जी, पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री, आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज, मन्नत महाराज, नारायण महाराज, प्रेमगिरी महाराज एवं मतंग श्री धूना बाबा (झाड़ू वाले बाबा) सहित अनेक गुरुओं का स्मरण कर दिव्य आशीर्वचन की प्रार्थना की। तत्पश्चात वैदिक मंत्रोच्चार के बीच भगवान गणेश जी की विधिवत स्थापना की गई | पूरे तीन दिनों तक प्रतिदिन प्रातः-सायं गणेश वंदना, भजन-कीर्तन और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने वातावरण को पूरी तरह भक्तिमय बना दिया श्रद्धालुओं ने झूम-झूम कर भक्ति रस का आनंद लिया और वेनिस की गलियां “गणपति बप्पा मोरया” के नारों से गूंज उठीं|अंतिम दिन भगवान गणेश जी की शोभायात्रा निकाली गई। समुद्र तट पर जब विसर्जन की पवित्र विधि सम्पन्न हुई, तो चारों ओर भाव-विभोर कर देने वाला दृश्य उपस्थित हुआ। यह क्षण सभी श्रद्धालुओं के लिए जीवनभर की स्मृति बन गया|
विशेष सम्मान – ब्राज़ील से लाई गई प्रतिमा
महोत्सव में योगा फेडरेशन के समूह ने पंडित शर्मा को ब्राज़ील के पिंक स्टोन से निर्मित भगवान गणेश जी की प्रतिमा भेंट कर सम्मानित किया, जो कार्यक्रम की एक विशेष और यादगार झलक बनी| इस आयोजन में समीर सिद्धार्थ शर्मा, आशिफ़ खान, फेज़ल खान, मिखेला नर्दिनी, आयुर्वेदिक सेंटर की बारबरा, योगिनी देवोरा, हरे रामा हरे कृष्णा के साधक, अर्हम ध्यान योग व ब्रह्मकुमारी के साधक सहित बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिकों और श्रद्धालुओं ने भाग लिया| महाराजा दी रेस्टोरेंट के अलावा कुरुकुमा रेस्टोरेंट और अन्य भारतीय संस्थानों में भी गणेश उत्सव मनाया गया| यह महोत्सव केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति, आस्था और विश्वबंधुत्व का वह दीप बना जिसने इटली की धरती को भी अपनी रौशनी से आलोकित कर दिया|