इटली एवं फ्रांस में धूमधाम से मनाई गई नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती
इटली/फ्रांस| स्वतंत्रता संग्राम के अमर सेनानी और महान क्रांतिकारी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती के अवसर पर एराक्लीया वेनिस, इटली एवं लैब्लेन तुलुस फ्रांस की धरा पर एक भव्य और ऐतिहासिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस आयोजन का नेतृत्व मतँगेश्वर सेवा समिति एवं दद्दा जी इंटरनेशनल कल्चर सेंटर, खजुराहो के प्रमुख पंडित सुधीर शर्मा ने किया।
इस अवसर पर न केवल बड़ी संख्या में भारतीय प्रवासी एवं देशभक्त मौजूद थे, बल्कि स्थानीय नागरिकों ने भी पूरे उत्साह और सम्मान के साथ भाग लिया। चारों ओर “जय हिंद” और “भारत माता की जय” के गगनभेदी नारों से वातावरण गूंज उठा। नेताजी के अदम्य साहस को किया नमन, कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस का नाम इतिहास के उन सुनहरे अक्षरों में दर्ज है, जिन्हें कभी भुलाया नहीं जा सकता उन्होंने “तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आज़ादी दूँगा” का आह्वान कर पूरे राष्ट्र की आत्मा को झकझोर दिया था। उन्होंने ब्रिटिश साम्राज्य की जड़ें हिला दीं और आज़ाद हिंद फ़ौज का गठन कर दिखाया कि स्वतंत्रता केवल संवाद और प्रार्थनाओं से नहीं, बल्कि संघर्ष और बलिदान से प्राप्त होती है । भारत की स्वतंत्रता केवल गांधी और नेहरू के राजनीतिक प्रयासों का परिणाम नहीं थी, बल्कि मंगल पांडे, रानी लक्ष्मीबाई, सरदार पटेल, भगत सिंह, चंद्रशेखर आज़ाद जैसे अनेकों क्रांतिकारियों के अद्वितीय बलिदानों की देन है।
उन्होंने अपने प्राणों की आहुति देकर आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वतंत्रता की नींव रखी।अपने वक्तव्य में पंडित शर्मा ने यह भी उल्लेख किया कि नेताजी और क्रांतिकारियों की अपार मेहनत और संघर्ष के बावजूद, महात्मा गांधी और पंडित नेहरू की राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं के चलते भारत स्वतंत्र होने मे बहुत विलम्ब होकर विभाजित भी हो गया। कार्यक्रम के अंत में सभी उपस्थित जनों ने सामूहिक संकल्प लिया कि हमें मिलकर फिर से अखंड भारत का निर्माण करना है और अपनी मातृभूमि को पुनः सोने की चिड़िया बनाना है। सभा का समापन भारत माता की जय और नेताजी अमर रहें के नारों से हुआ इस कार्यक्रम मे इंडो यूरोपियन काउंसिल के अमन सियाल, महाराजा रेस्टोरेंट प्रमुख मिखेला नर्दिनी, कुरुकुमा रेस्टोरेंट के आशिफ खान, योगी जान लूका, अर्हम ध्यान योग के साधक, ब्रह्मकुमारी साधक, हरे रामा हरे कृष्णा एवं स्थानीय लोगों ने भाग लिया।