ग्वालियर चंबल में वोट डालने गर्मी में निकले मतदाता, 60 फीसदी रहा मतदान

ग्वालियर/ भिंड / मुरैना। ग्वालियर चंबल अंचल में छुटपुट घटनाओं और तेज गर्मी के बीच शांतिपूर्वक मतदान हो गया। लोकसभा चुनाव के तीसरे फेज में ग्वालियर चंबल अंचल की ग्वालियर, गुना शिवपुरी, भिंड दतिया और मुरैना श्योपुर में भी वोट डाले गये। ग्वालियर में जहां शांतिपूर्ण मतदान हुआ। वहीं मुरैना और भिंड में मारपीट और गोलीबारी की छुटपुट घटनाओं के बीच मतदान हुआ। सायं 6 बजे तक लगभग ग्वालियर में 60 फीसदी तक मतदान का अनुमान है। चारों ही सीटों पर कांग्रेस और भाजपा में कांटे की टक्कर है।
ग्वालियर चंबल अंचल में लोकसभा सीटों के लिए सुबह 7 बजे से वोटिंग शुरू हुई थी। मतदान शाम 6 बजे तक चला। ग्वालियर में 18 प्रत्याशी मैदान में हैं। लेकिन मुख्य मुकाबला कांग्रेस के प्रवीण पाठक और भाजपा के भारत सिंह कुशवाहा के बीच है। ग्वालियर लोकसभा की 8 विधानसभा में 21 लाख 54 हजार 290 वोटर्स हैं। 1680 पोलिंग बूथ में से 499 बूथ को अतिसंवेदनशील माना गया। पैरा मिलिस्ट्री फोर्स की 8 कंपनियों के अलावा मध्यप्रदेश पुलिस के 7 हजार जवान वोटिंग के दौरान तैनात रहे। ग्वालियर में कुल वोटर्स में से 13 लाख 37 हजार 111 पुरुष मतदाता, 10 लाख 17 हजार 115 महिला मतदाता और 64 थर्ड जेंडर मतदाता शामिल हैं। मतदान के दौरान विनय नगर लिटिल फ्लावर स्कूल में बने मतदान केंद्र में एक लड़की रितिका कुशवाह जब वोट डालने पहुंची तो पता लगा कि उनका वोट डल चुका है। उन्होंने काफी देर तक बहस की, लेकिन पीठासीन अधिकारी ने एक नहीं सुनी। जब यह बात कलेक्टर रुचिका चैहान को पता लगी तो उनके हस्तक्षेप के बाद रितिका को वोट डालने दिया गया। दूसरा मामला, सिकंदर कंपू का है। यहां अजयपुर में बने मतदान केंद्र में रामवती कुशवाह का वोट कोई और डाल गया।
उधर, कम्पू स्थित आयुर्वेदिक कॉलेज के मतदान केंद्र पर कांग्रेस प्रत्याशी की सीआरपीएफ जवानों से बहस हो गई। दरअसल, जवानों ने पोलिंग बूथ के अंदर मोबाइल लेकर जा रहे मतदाताओं को रोक दिया था। प्रत्याशी ने उनसे कहा कि आप वोटर को वापस मत लौटाइए। वोटिंग के दौरान ग्वालियर के मतदाताओं को पुरस्कार भी मिले। कलेक्टर व जिला निर्वाचन अधिकारी रुचिका चैहान की पहल पर जिले के विभिन्न मतदान केंद्रों पर लकी ड्रॉ बॉक्स रखे गए थे। इन बॉक्स में जिन मतदाताओं ने वोट डालने के बाद अपना नाम व मोबाइल फोन नंबर लिखकर पर्चियां डालीं, उनकी पर्चियों में से दोपहर में पहला लकी ड्रा निकाला गया। 
एक्शन मोड में रहा पुलिस और प्रशासन
लोकसभा चुनाव में किसी प्रकार की गड़बड़ी ना हो इसे रोकने के लिए मतदान केन्द्रों पर तो पुलिस जवान व अफसर तैनात थे। इसके साथ ही पुलिस और प्रशासन के अफसर भी मतदान केन्द्रों पर आमद देते रहे, जिससे कहीं पर भी गड़बड़ी ना हो। जो मोबाइल पार्टी बनाई गई थी वे बिना रूके लगातार भ्रमण कर पुलिस की मौजूदगी का अहसास कराती नजर्र आइं। 
भिंड, मुरैना में गोलीबारी व मारपीट
मतदान के दौरान भिंड में गोली चलने का मामला सामने आया। जिस व्यक्ति को आरोपियों निक्की और विक्की ने गोली मारी, वह घटनास्थल मतदान केंद्र से 400 मीटर दूर है। भिंड के सुरपुरा थाना क्षेत्र के भदौरिया पुरा में दो पक्षों में मारपीट हो गई। इस घटना में करीब 6 लोग घायल हो गए। जिन्हें जिला अस्पताल में लाया गया। दोनों पक्षों में फर्जी मतदान को लेकर बहस हुई। जो इतनी बढ़ी की एक दूसरे पर लाठियों से हमला कर दिया। मौके पर पहुंची पुलिस जांच में जुटी गई है।
वहीं मुरैना में वोटिंग के दौरान हंगामा हो गया। यहां शहर की पंचायती धर्मशाला में बसपा प्रत्याशी रमेश चंद्र गर्ग के समर्थकों ने पुलिस प्रशासन से कहा कि रमेश गर्ग को बाहर निकालो। उनको जबरन पुलिस लाइन में क्यों बैठा रखा है। मुरैना के बानमोर क्षेत्र के रांचोली गांव में जाटव समाज के लोग जब वोट डालने के लिए गए तब उन्हें पता लगा कि उनका वोट पहले ही डल चुका है। उनका आरोप है कि उन्होंने इस बात का विरोध किया तो दबंगों ने उनके घर जला दिए। मंत्री एंदल सिंह कंसाना के मुरैना गांव गाड़ी खेड़ा में लोगों ने मतदान का बहिष्कार कर दिया।

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