ग्वालियर। ग्वालियर ग्रामीण से विधायक और राज्य सरकार में राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभारी भारत सिंह कुशवाह अब भाजपा ग्रामीण में बढ़ते विरोध के चलते भितरवार की ओर रूख कर सकते हैं। इसका एक कारण यह भी है कि यहां से पूर्व मंत्री ध्यानेन्द्र सिंह के पुत्र पीताम्बर प्रताप सिंह पीतू का भी नाम पार्टी स्तर पर आगे बढ़ा है। यदि पीतू को युवा नेता व फ्रेश केंडीडेंट के तौर पर भाजपा का टिकट मिलता हैं तो वैसे भी भारत सिंह कुशवाह को पलायन करना पड़ेगा।
हालांकि यह बात भी तय है कि भारत सिंह कुशवाह ने ग्वालियर ग्रामीण से दो बार विधायक बनकर यहां कांग्रेस का दंभ तोड़ा था। लेकिन कुशवाह मंत्री बनने के बाद से लगातार कार्यकर्ताओं से दूर होते गये हैं, उन्हें बैठकों से कार्यकर्ताओं व आम लोगों के लिये समय ही नहीं मिल पा रहा हैं जिससे केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर के खासमखास राज्यमंत्री भारत सिंह कुशवाह से कार्यकर्ता व उनके समर्थक भी अब दूर भागने लगे हैं। ग्रामीण के कई कार्यकर्ताओं का कहना है कि अब भाजपा को यहां जीतने के लिये नया चेहरा सामने लाना होगा अन्यथा यहां नकारात्मक फैक्टर के चलते पार्टी को नुकसान उठाना पड़ सकता है। नये चेहरों में पीतू व महेन्द्र सिंह यादव का नाम सबसे आगे हैं। पीतू चूंकि महल से जुड़े हैं उनके पिता ध्यानेन्द्र सिंह व माताजी माया सिंह दोनों ही विधायक व लोकप्रिय मंत्री रहे हैं जिस कारण भाजपा संगठन पीतू पर दांव खेल सकता है। पीतू युवा हैं और उन्होंने अपनी नई टीम ग्रामीण व पूर्व दोनों में तैयार की है। वह पूर्व से भी टिकट के इच्छुक है।
यहां से दूसरे उम्मीदवार के रूप में पूर्व बीज निगम अध्यक्ष महेन्द्र यादव भी दमदारी से अपने टिकट के लिये लगे हैं। महेन्द्र यादव यहां पिछले 30 वर्षों से बेहद सक्रिय रूप से कार्यरत है और उनकी पूरे क्षेत्र में विशेष पहचान भी है। हंसमुख व सादगी भरे महेन्द्र यादव हमेशा आम लोगों के कार्य के लिये सहज उपलब्ध रहते हैं, जिससे कार्यकर्ता भी उन्हें बेहद पसंद करते हैं।