ग्वालियर / भारत की स्वाधीनता के लिये 1857 में हुए संग्राम में
पुरूषों के साथ में महिलाओं ने भी कन्धे से कन्धा मिलाकर बराबर का सहयोग
दिया था। झलकारी बाई ने हमारी और आपकी रक्षा के लिये जो बलिदान दिया वह
इतिहास में स्वर्णाक्षरों में लिखा गया है। उनके बलिदान को कभी भुलाया नहीं
जा सकता है। यह बात प्रदेश सरकार के ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह
तोमर ने झलकारी बाई पार्क में वीरांगना झलकारी बाई अवार्ड से नवाजे गए
प्रतिभा सम्मान समारोह एवं चल समारोह में व्यक्त किये।
महापौर
डॉ शोभा सतीश सिंह सिकरवार ने कहा कि जिस प्रकार झलकारी बाई ने समाज के
उत्थान के लिये बलिदान दिया था उसी प्रकार हमें भी निडर व स्वतंत्र होकर
समाज को आगें बडाने का कार्य करना है। साथ ही झलकारी बाई पार्क में
सीढिययां व सौंदर्यीकरण के लिये अपनी सहमति कोरी समाज को दी।
ऊर्जा
मंत्री तोमर ने कहा कि वीरांगना ने समाज व देश की रक्षा के लिये
बलिदान दिया है। उनके बलिदान को हमें बेकार नहीं जाने देना है आज हमें प्रण
करना है कि अपने नौनिहालों को शिक्षित बनायें जिससे हम समाज का भला कर
सकें। हमारा नौनिहाल शिक्षित होगा तो वह अपने परिवार व देश का भी उत्थान कर
सकेगा। इसके साथ ही शराब बंदी के खिलाफ कोरी समाज द्वारा चलाये जा रहे
जनआंदोलन में सहयोग देने के लिये भी कहा। साथ ही कोरी समाज की मांग पर
स्मार्ट क्लास बनाने के लिये विधायक निधि से 10 लाख रूपये एवं स्पोर्ट
कॉम्प्लेक्स बनाने के लिये 2 लाख रूपये देने की घोषणा की।
महापौर
डॉ शौभा सतीश सिंह सिकरवार, घनश्याम कोरी, डॉ आरडी दत्त, डॉ प्रकाश
वीर आर्य, राजेन्द्र महोविया, रतीराम शर्मा, कपिल शाक्य, मोतीलाल सहित बडी संख्या में कोरी समाज की महिलायें एवं पुरूष तथा
झलकारी बाई का भेष धारण किये हुए बडी संख्या में समाज की बेटियां उपस्थित
रहीं। झलकारी बाई पार्क में आयोजित प्रतिभा सम्मान समारोह में वीरांगना
झलकारी बाई अवार्ड से समाज की 150 से अधिक प्रतिभाओं का सम्मान किया गया।