ग्वालियर । गजराराजा मेडिकल कॉलेज में मंगलवार को काम बंद हड़ताल शुरू हो गई है। मेडिकल कॉलेजों में ब्यूरोक्रेट्स (IAS, SAS) अफसरों की नियुक्ति करने के फैसले के बाद डॉक्टरों द्वारा इसका विरोध शुरू हो गया है। इससे पहले सोमवार को इन डॉक्टर्स ने काली पट्टी बांधकर अपना विरोध जताया था, लेकिन कोई बातचीत नहीं होने पर मंगलवार को काम बंद हड़ताल शुरू हो गई है।
ग्वालियर के GRMC के अन्तर्गत आने वाले JAH (जयारोग्य हॉस्पिटल), कमलाराजा में 18 ऑपरेशन मंगलवार को होने थे जो टल गए हैं। इनमें ज्यादा लोग बाहर से आए थे जिनको बहुत परेशानी हुई है। डॉक्टरों से सिर्फ इमरजेंसी सेवाए ही दी हैं। मेडिकल कॉलेज के अस्पतालों में मरीज परेशान हो रह हैं तो वहीं चिकित्सा शिक्षा विभाग के अफसर मेडिकल टीचर्स की हड़ताल काे बेअसर बता रहे हैं। जीआरएमसी के मेडिकल टीचर्स ने OPD खत्म होने के बाद धरना देते हुए भी नजर आए हैं। गजराराजा मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. अक्षय निगम पूरे हालात पर निगरानी रखे हुए हैं। संस्थान से जुड़े जयारोग्य अस्पताल, कमला राजा अस्पताल, न्यूरोलॉजी, टीबी हॉस्पिटल में मेडिकल टीचर्स (सीनियर डॉक्टर, प्रोफेसर, असिस्टेंट प्रोफेसर) हड़ताल पर हैं। इन डॉक्टर्स की कमी को पूरा करने के लिए पीजी डॉक्टर व जूनियर डॉक्टरों की ओपीडी में ड्यूटी लगाई है, ताकि मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में आए सभी मरीजों को इलाज मुहैया कराया जा सके।
ग्वालियर में गजराराजा मेडिकल कॉलेज के अधीन आने वाले अस्पतालों में हर दिन 18 से 20 ऑपरेशन होते हैं। मंगलवार को होने वाले सभी सामान्य ऑपरेशन टाल दिए गए हैं, क्योंकि सीनियर डॉक्टर काम बंद हड़ताल पर हैं। पर यह वही ऑपरेशन हैं जो सामान्य हैं। इन्हें टाला जा सकता है। इमरजेंसी सेवाओं में कोई कटौती नहीं की गई है। इसके अलावा पोस्टमार्टम हाउस में भी डाक्टरों ने काम किया है। दोपहर 1 बजे तक पांच शव डेड हाउस पहुंचे थे सभी के पोस्टमार्टम किए गए हैं। इस मामले में जीआरएमसी डॉ. एमएल माहौर सचिव ने बताया कि आज ग्वालियर के गजराराजा मेडिकल कॉलेज के साथ ही प्रदेश के 13 मेडिकल कॉलेज में हड़ताल की जा रही है, जो प्रशासनिक अधिकारी हमारे ऊपर बैठाए जा रहे हैं उसका हम विरोध कर रहे हैं। सीनियर डॉक्टर हड़ताल पर है। जूनियर ने ओपीडी में काम किया है।