अनूपपुर | राष्ट्रीय ख्यातिलब्ध बघेली की बाल लोक गायिका सुश्री मान्या पाण्डेय की मंत्रमुग्धकारी प्रस्तुति से अनूपपुर के सैकड़ों श्रोता - दर्शक कुछ ऐसे भाव विभोर हुए कि लगभग तीन घंटे तक कर्णप्रिय गायन रस में गोते लगाते रहे। किसी की आंख से आंसू बह रहे थे तो कोई तालियां बजा - बजाकर संगत दे रहा था। जो जहाँ बैठा ,वहीं बैठा रह गया। लोग भाव विभोर थे और यही टिप्पणी करते दिखे कि विंध्य के इन बाल नव रत्नों में मानों माता सरस्वती की सम्पूर्ण कृपा बरस रही है। जिला मुख्यालय में विवेकानन्द स्मार्ट सिटी परिसर में सोमवार 20 मई की शायं 7 - 10 बजे तक बुन्देली लोक गायिका मान्या पाण्डेय और उनके समूह ने प्रस्तुति दी। अनूपपुर जिला विकास मंच, मप्र श्रमजीवी पत्रकार संघ, जिला दवा विक्रेता संघ, मिड वे ट्रीट, पीआरटी महाविद्यालय, विवेकानन्द स्मार्ट सिटी के सक्रिय सहयोग और उत्थान सामाजिक, सांस्कृतिक एवं साहित्यिक समिति के नेतृत्व में आयोजित इस सांस्कृतिक आयोजन में सैकड़ों लोगों ने हिस्सा लिया।
विंध्य मेकल क्षेत्र बघेली लोक साहित्य और लोक संस्कृति की वाचिक परंपरा के रूप में काफी समृद्ध रहा है | बघेली लोकगीत और लोक संस्कृति राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त करें, उनके मंचीय प्रदर्शन का विस्तार हो, संरक्षण, संवर्धन व संचयन हो इसके लिए उत्थान सामाजिक सांस्कृतिक एवं साहित्यिक समिति द्वारा शहडोल व रीवा संभाग के सम्पूर्ण जिलों में विंध्य लोकरंग महोत्सव का आयोजन किया जा रहा हैं | इसी तारतम्य में सोमवार 20 मई को स्वामी विवेकानंद स्मार्ट सिटी अनूपपुर के रामायण प्रांगण में.भाजपा जिलाध्यक्ष रामदास पुरी, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला संघ चालक राजेन्द्र तिवारी , वरिष्ठ पत्रकार मनोज द्विवेदी,अखिलेश पाण्डेय ( सीधी ) अजीत मिश्रा, मुकेश मिश्रा,विवेक बियाणी, डा देवेन्द्र तिवारी, मनोज शुक्ला, अमितेष पाण्डेय ,अजय मिश्रा, किशोर सोनी, दीपक अग्रवाल, जनसंपर्क विभाग से अमित श्रीवास्तव, रजनीश तिवारी, शहडोल से राहुल सिंह राणा, पेण्ड्रा ( छग ) से शरद अग्रवाल,भारत विकास परिषद के राजकिशोर तिवारी, चंद्रिका द्विवेदी, अजय शास्त्री, अशोक शर्मा,अजय अग्रवाल, रोशन पुरी, हरिशंकर वर्मा, रावेन्द्र सिंह, आदर्श दुबे,बीजू थामस , आशुतोष त्रिपाठी , जयकिशन बियाणी, केंद्रीय विद्यालय के प्राचार्य देवेंद्र कुमार तिवारी, चंद्रिका तिवारी अनीश तिगाला, रामप्रकाश द्विवेदी, ब्रजभूषण शुक्ला, अनिल तिवारी, मनोज मिश्रा, अरविन्द मिश्रा के साथ सैकड़ों लोगों की उपस्थिति में कार्यक्रम की शुरुआत हुई |
रामायण परिसर में महोत्सव की शुरुआत अतिथियों द्वारा मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलन कर हुई, तत्पश्चात राष्ट्रीय लोक गायिका मान्या पाण्डेय के द्वारा बघेली सुमिरनी लोकगीत - देवी गंगा देवी गंगा लहर तोंहार लहर लहरिया हो मैया भींजय आठो अंग, आदिवासी करमा गीत भोर पहा रामा नही आए हो आमा के डहरा, दादरा गीत अइसन मिजाजी ताल गगरिया बूड़त नही रे, जन्म संस्कार गीत कहूं खेलन निकरि गए हमार लालना, तिलक गीत राजा दशरथ फूले न समाय तिलक आबा मोरे अंगना, अंजुरी गीत हरदी से रंगी रे पियरिया छोड़ाए नही छूटय हो, जेवनार गारी गीत उतरत माघ लगत दिन फागुन राम चले हां ससुरारी, बिदाई गीत कच्ची ईंट बाबुल देहरी न धरियो एवं जातीय गीत बिरहा की प्रस्तुति दी गई | तत्पश्चात बाल कलाकार प्रत्युष द्विवेदी द्वारा बघेली लोकगीत एवं भजन की प्रस्तुति दी गई | कार्यक्रम में आगे विंध्य के प्रसिद्ध लोक गायक नरेन्द्र सिंह सीधी द्वारा बघेली ददरिया, कोलदहका, टप्पा एवं पितमा गीतों की प्रस्तुति दी गई | उसके बाद लोक गायिका श्रुति सिंह, सुभी सिंह द्वारा विवाह गीतों एवं लोक गायक कपिल तिवारी द्वारा बघेली दादरा गीतों की प्रस्तुति दी गई | लोकरंग महोत्सव में लोकगायकों के साथ संगतकारों में रावेंद्र तिवारी, हरिश्चंद्र मिश्रा, कर्णवीर सिंह, पवन शुक्ला, रजनीश जायसवाल, निर्भय द्विवेदी, मनोज विश्वकर्मा आदि कलाकारों ने साथ निभाया |
मान्या पाण्डेय का हुआ सम्मान
विंध्य लोकरंग महोत्सव में राष्ट्रीय लोक गायिका मान्या पाण्डेय लगातार बघेली के विविध लोकगीतों की प्रस्तुतियां कर रही हैं | मान्या को बघेली के हजारों गीत कंठस्थ हैं जिन्हे आप देश के विविध मंचो पर अनवरत प्रस्तुत करती रही हैं | अनूपपुर के लोकरंग महोत्सव में जिले के मनोज द्विवेदी, विवेक बियाणी, जय श्री बियाणी, मुकेश मिश्रा, अमित श्रीवास्तव, अजीत मिश्रा, राहुल सिंह राणा ,डा देवेन्द्र तिवारी, अमितेश पाण्डेय सुनील मिश्रा, कामद स्टुडियो द्वारा मान्या पाण्डेय एवं उनके लोककला दल को सम्मानित किया गया | महोत्सव में इस दौरान अनूपपुर, चचाई, कोतमा, बिजुरी, राजेन्द्रग्राम, अमरकंटक, जैतहरी, पेण्ड्रा से आए सैकड़ों लोगों सहित जिले के समाज सेवी, साहित्यकार, लोक कलाकार, रंगकर्मी, पत्रकारगण एवं भारी संख्या में शहरवासी उपस्थित रहे |