अयोध्या में आज सर्वत्र आनंद का वातावरणः उमाशंकर
- राम मंदिर निर्माण से राष्ट्र मंदिर निर्माण विषय पर व्याख्यान आयोजित
ग्वालियर। राष्ट्रोत्थान न्यास द्वारा विवेकानंद सभागार नई सड़क में आयोजित मासिक व्याख्यान में सोमवार को ’राम मंदिर निर्माण से राष्ट्र मंदिर निर्माण’ विषय पर व्याख्यान का आयोजन किया गया।
व्याख्यान में भारतीय शिक्षण मंडल के अखिल भारतीय उपाध्यक्ष उमाशंकर पचौरी ने कहा कि श्रीराम मंदिर अयोध्या को विदेशी आक्रांताओं द्वारा ध्वस्त करने से पूर्व भीषण संघर्ष में भारतीय समाज ने अपने प्राणों का बलिदान दिया था। बाद में भी यह संघर्ष सतत चलता रहा। मंदिर पुनः बना फिर तोड़ा गया। स्वाधीनता के बाद भारतीय जन मानस का मानना था कि अब देश विभाजन के बाद हमसे छीने गए मंदिरों का पुनरुद्धार होगा, किंतु एक सोमनाथ मंदिर को छोड़कर शेष कहीं नहीं हुआ तब भारत समाज ने एक बार फिर स्वयं निर्णय लेकर मंदिर के लिए संघर्ष आरंभ किया। इस संघर्ष में सैकड़ों बलिदान के बाद अंततः न्यायालय के निर्णय से प्रभु श्रीराम के मंदिर के निर्माण का मार्ग साफ हुआ। आज अयोध्या में भव्य मंदिर में श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हो चुकी है सर्वत्र आनंद का वातावरण है।
इससे पूर्व न्यास की गतिविधियों की जानकारी अध्यक्ष विजय गुप्ता द्वारा दी गई। कार्यक्रम का संचालन अधिवक्ता सुधीर शर्मा एवं आभार न्यास के सचिव श्याम प्रजापति ने व्यक्त किया। कार्यक्रम में ग्वालियर के विभाग संघचालक प्रहलाद सबनानी, न्यास के कोषाध्यक्ष नंद किशोर अग्रवाल, अशोक पाठक, नरेंद्र कुंटे, रामसेवक शर्मा, नरेश त्यागी, बसंत कुँटे, श्रीमती सरोज अग्रवाल सहित अनेक गणमान्यजन उपस्थित थे।