कुल के छींटें के साथ गरीब नवाज का उर्स मेला सम्पन्न
- केन्द्रीय मंत्री सिंधिया और विधानसभा अध्यक्ष तोमर ने चादरें अजमेर भेजीं
ग्वालियर। गरीब नवाज सुल्तानुलहिन्द हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती अजमेरी का 814वां उर्स मेला स्थानीय दरगाह हजरत ख्वाजा खानून साहब पर परम्परागत रवायत के साथ सम्पन्न हो गया। उर्स मेले के आखिरी दिन सुबह संदल पोशी होकर सलाम ख्वानी और शजरा ख्वानी हुई। दोपहर में दरगाह के समाखाने में मजलिसे कव्वाली हुईं जिसमें कव्वालों ने परम्परागत कौल और रंग पेश किया।
शहर के प्रमुख हाफिज साहेबान ने पंजायत पेश की। सज्जादानशीन हजरत ख्वाजा राशिद खानूनी ने विशेष दुआ करते हुए सूफी संस्कृति को सामाजिक समरसता का प्रतीक बताया। उर्स संयोजक रामबाबू कटारे ने मजलिस को संबोधित करते हुए कहा कि ग्वालियर निवासियों का यह सौभाग्य है कि गरीब नवाज के इस उर्स में यहां दरगाह हजरत ख्वाजा खानून साहब पर हाजिरी लगाते ही अजमेर शरीफ की जियारत का सबाब हासिल हो जाता है।इस मौके पर दरगाहों के सज्जादानशीन, शहर के हाफिज साहेबान और भारी संख्या में ख्वाजा साहब के अकीदतमंद मौजूद रहे। उर्स शरीफ में विशेष रूप से अजमेर शरीफ से आई खास चादर पेश की गई। नायब सज्जादानशीन डॉ एजाज खानूनी ने कुल का छींटा दिया।इसी के साथ तीन दिवसीय उर्स मेला सम्पन्न हुआ। वहीं दरगाह हजरत ख्वाजा खानून पर हुई मजलिस में केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और मध्यप्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर की ओर से अजमेर दरगाह के लिए चादरें पेश की गई। इनके अलावा क्षेत्र के जो लोग अजमेर नहीं जा सकते उनकी ओर से भी चादरें पेश की गई। सभी चादरें लेकर नायब सज्जादानशीन डॉ एजाज खानूनी साहब अजमेर शरीफ रवाना होंगे, जहां गरीब नवाज के कुल में शरीक होकर चादरें पेश की जायेंगी।